वॉशिंगटन। अमेरिका द्वारा बार-बार पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर चेताने के बावजूद पाकिस्तान है कि मानने को तैयार नहीं है। अमेरिका ने हर तरह से पाकिस्तान को समझा दिया है कि वो आतंवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे, लेकिन पाकिस्तान के बार-बार अनदेखी करने को लेकर अब अमेरिका उससे बुरी तरह से खफा हो गया है। इसके चलते अमेरिका, पाकिस्तान को तगड़ा झटका देने के लिए उसको दी जाने वाली 25 करोड़ डॉलर की मदद को रोकने पर विचार कर रहा है। अमेरिकी की मीडिया की एक रिपोर्ट ने एक सवाल किया है कि क्या अमेरिका आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने पर नाकाम रहने से पाकिस्तान को कोई चेतावनी देगा? इसमें कहा गया है कि ट्रंप सरकार पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद को लेकर दोबारा विचार कर रही है।
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। वहीं जब से राष्ट्रपति ट्रंप ने ये घोषणा की है कि पाकिस्तान अराजकता, हिंसा और आंतकवाद का गढ़ है, तब से दोनों देशों के बीच में हालात और भी तनावपूर्ण हो गए हैं। बता दें कि अमेरिका ने अगस्त में कहा था कि जब तक पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता, तब तक 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की धनराशि रोक कर रखी जाएगी।
रिपोर्ट उपराष्ट्रपति माइक पेंस के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को नोटिस पर रखा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारी इस संबंध में कोई फैसला लेने के लिए जनवरी में मीटिंग करने वाले हैं, चर्चा है कि जनवरी के दूसरे हफ्ते के अंदर ट्रंप सरकार इसपर फैसला ले सकती है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अखबार की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। गफूर ने उन आरोपों से भी इनकार किया है कि पाकिस्तान आतंकी समूहों से लड़ने के लिए कुछ खास नहीं कर रहा है।