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हार्दिक ने दिया नितिन को ऑफर, 10 विधायक तोड़कर लाएं मिलेगा अहम पद

Capture 3 हार्दिक ने दिया नितिन को ऑफर, 10 विधायक तोड़कर लाएं मिलेगा अहम पद

गांधीनगर। गुजरात बीजेपी में सियासी घमासान के बीच पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने राज्य के डिप्टी सीएम नितिन पटेल को ऑफर दिया है। दरअसल सीएम विजय रूपाणी और डिप्टी सीएम नितिन पटेल के बीच जारी अनबन को लेकर हार्दिक ने नितिन को ऑफर देते हुए कहा कि अगर आपका बीजेपी में सम्मान नहीं हो रहा है तो आप कांग्रेस को ज्वाइन कर सकते हैं। हार्दिक ने कहा कि वो आपके लिए कांग्रेस से बात करेंगे ताकि उन्हें सही जगह मिल और उनकी साख पर कोई सवाल खड़ा करने वाला न हो। उन्होंने कहा कि अगर नितिन भाई बीजेपी के 10 विधायकों को तोड़कर कांग्रेस में शामिल कराने के लिए तैयार है तो हम उन्हें उपयुक्ता और सम्मान जनक पद देने के लिए कांग्रेस से बात करेंगे। बता दें कि हार्दिक ने ये बाते बोटाड में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति की बैठक से पहले कही, जिसमें आगे की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा हुई।Capture 3 हार्दिक ने दिया नितिन को ऑफर, 10 विधायक तोड़कर लाएं मिलेगा अहम पद

 

आपको बता दें कि गुजरात में सरकार बनने के महज तीन दिन बाद ही मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के बीच अनबन की खबर आने लगी है।  साथ ही वहां के विधायक भी अपनी नाराजगी जताने लगे हैं, लगातार छठी बार गुजरात में सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी की इस सरकार में शीर्ष दो नेताओं के बीच अनबन का सबसे अहम कारण विभागों के बंटवारे को लेकर माना जा रहा है। रूपाणी की अगुवाई में सरकार के शपथ लेने के बाद से तनातनी की खबरें आ रही थीं, मुख्यमंत्री रूपाणी, उपमुख्यमंत्री पटेल और बीजेपी अध्यक्ष जीतू वघानी विवाद को निपटाने के लिहाज से मुख्यमंत्री आवास पर बृहस्पतिवार को मिले भी थे।

इस कारण पहली कैबिनेट बैठक में नए नवेले मंत्रियों को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। उपमुख्यमंत्री पटेल विभागों के वितरण से खुश नहीं हैं क्योकि वो गृह और शहरी विकास मंत्रालय चाहते थे, जो उन्हें नहीं मिला। साथ ही उनको 2 अहम विभाग राजस्व और वित्त विभाग भी नहीं दिए गए। विभागों के वितरण के मामले में माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा घाटा पटेल को ही हुआ है क्योंकि पटेल को सड़क एवं भवन, हेल्थ एवं फैमिली, नर्मदा, कल्पसार, चिकित्सा और शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिली है। यहीं नहीं  वडोदरा से विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने भी विरोध का झंडा बुलंद कर रखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने वडोदरा से एक भी विधायक को कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई  है और 10 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने की धमकी भी दी है।

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