गुरुग्राम। हरियाणा के चर्चित प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में आरोपी बनाए गए रयान इंटरनेशनल स्कूल के बस कंडक्टर अशोक को गुरुग्राम कोर्ट के आदेश के बाद जेल से रिहा कर दिया गया है। रिहा होने के बाद प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में आरोपी बनाए गए अशोक ने कहा कि उसके साथ हरियाणा पुलिस ने मारपीट की और जुर्म कबूल करने के लिए मजबूर किया। अशोक ने कहा कि उसने प्रद्युम्न की हत्या नहीं कि है और मैं चाहता हूं कि प्रद्युम्न के माता-पिता को इंसाफ मिले।
अशोक ने रिहा होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उसे सीबीआई जांच पर पूरा भरोसा है और प्रद्युम्न के माता-पिता को इंसाफ मिलना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ जब अशोक रिहा होने के बाद अपने गांव पहुंचा तो उसे देखने के लिए गांववालों का जमघट लग गया। आपको बता दें कि अशोक को गुरुग्राम कोर्ट उसकी जमानत याचिका स्वीकार करते हुए 50 हजार के मुचलके के आधार पर रिहा कर दिया था।
कोर्ट ने अशोक को कांस्टीट्यूशन के आर्टिकल 21 के हतह बेल दि है और उसे कोर्ट ने बेनीफिट ऑफ डाउट पाया है। जेस से रिहा होने के बाद अपने गांव पहुंचते ही अशोक ने सबसे पहले अपनी मां से भेट की। इसके बाद अपने बच्चे के घर पर आने पर अशोक की मां ने उसे अपने गले लगा लिया और खूब रोई। मां ने कहा कि बेटे के घर से आने पर रौनक आई है और अशोक के घर पर आने पर उसके बच्चे भी बेहद खुश हैं।