नई दिल्ली। भारत से हर मोर्चे पर मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान है कि मानता नहीं। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने भारत को धमती देते हुए कहा है कि साल 2003 में हुए सीजफायर समझौते के पालन की हमारी प्रतिबद्धता को कभी भी हमारी कमजोरी न समझा जाए क्योंकि भारत की आक्रामकता या किसी भी दुस्साहस पर हम माकूल जवाब देने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा बाजवा ने पाकिस्तानी सैनिकों को भारत के खिलाफ प्रतिक्रिया देने के लिए भी जरूरी टिप्स दिए। आर्मी मीडिया से बातचीत करते हुए बाजवा ने सियालकोट का भी दौरा किया और भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाई में घायल हुए अपने नागरिकों से भी मुलाकात की।
आपको बता दें कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ सटीक कार्रवाई करते हुए पिछले चार दिनों में 9000 मोर्टार दागे हैं। इस दौरान कई जगहों पर दुश्मन की चौकियों और पाकिस्तानी रेंजर्स के तेल डिपो को भी तबाह किया गया। इस कार्रवाई को लेकर बीएसफ के एक अधिकारी का कहना है कि जम्मू से लगी 190 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा का इलाका ‘‘बेहद तनावपूर्ण’’ है, क्योंकि पाकिस्तान रविवार शाम से ही इस समूचे इलाके में भारी फायरिंग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जम्मू सीमा का ‘चिकेन नेक’ इलाका भी पाकिस्तानी बलों की गोलाबारी का निशाना बना है जो अब तक इससे अछूता था। यह जगह बीएसएफ की मकवाल और कानाचक सीमा चौकी के पास है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन इलाकों में सुरक्षा बल का एक जवान और कुछ नागरिक घायल हुए हैं और यहां कल से ही पाकिस्तान की तरफ से भारी फायरिंग की जा रही है। सूत्रों ने कहा कि भारतीय बलों ने सीमा पार अग्रिम चौकियों पर रेंजर्स और पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ कमांडरों की आवाजाही भी देखी है।