कोलकाता। वस्तू एवं सेवा कर को लेकर केंद्र सरकार का सबसे पहले विरोध करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीएसटी की नई परीभाषा गढ़ी है। ममता ने कहा कि जीएसटी का मतलब वस्तू एवं सेवा कर नहीं है, बल्कि इसका मतलब है ‘ग्रेट सेल्फिश टैक्स’। ममता बनर्जी ने जीएसटी का नया नामकरण करते हुए ट्विटर पर लिखा की जीएसटी लोगों को परेशान करने वाली और भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाली प्रणाली है।
इसके अलावा उन्होंने एक और ट्विट करते हुए कहा कि नोटबंदी एक घोटला है, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को अंदर से खोखला कर दिया है, इसलिए मैं लोगों से आह्वान करती हूं कि आठ नवंबर को अपने ट्वीटर प्रोफाइल को काले रंग में बदले। गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान जीएसटी का नामकरण करते हुए उसे गब्बर सिंह टैक्स करार दिया था।
आपको बता दें कि पिछले साल 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने सब को चौंकाते हुए 500 और 1000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। अर्थव्यवस्था के लिहाज से सरकार ये कदम बहुत संवेधनशील था। सरकार ने इस कदम को भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान का हिस्सा करार दिया था। लेकिन नोटबंदी के आंकड़े सार्वजनिक होने और अर्थव्यवस्था पर इसके पड़े नकारात्मक प्रभावों के बाद से पीएम मोदी के इस साहसी कदम पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। हालांकि सरकार की ओर से अब भी इस कदम का बचाव किया जा रहा है।