नई दिल्ली। कश्मीर में जारी हिंसा के चलते इंशा मलिक नाम की एक लड़की ने पैलेट गन की फायरिंग में अपनी आंखें गवा दी थी जिससे मिलने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पहुंची।
सूत्रों की माने तो महबूबा मुफ्ती ने इंशा को भरोसा दिलाया कि उसकी आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगी। महबूबा ने इंशा के माता-पिता को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार देश में या देश के बाहर उनकी बेटी का बेहतरीन इलाज सुनिश्चित करेगी।
पैलेट गन का शिकार हुई लड़की से मिलने पहुंची जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, मैं 14 साल की बच्ची इंशा को मिलने गई हॉस्पिटल में, जब मैंने उसको देखा तो कलेजा मुंह को आ गया। उन्होंने कहा कि जो लड़की डॉक्टर बनना चाहती थी, पीड़ित बन गई। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पैलेट गन का शिकार हुई इंशा को इलाज के लिए दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
गौरतलब है कि 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में लगातार हिंसा जारी है। इसी हिंसा के चलते पैलेट गन की फायरिंग से इंशा की आंख की रोशनी चली गई थी। हालांकि कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पैलेट गन के प्रयोग को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए उसके प्रयोग पर रोक लगाने की भी बात कही थी।