नई दिल्ली। इन दिनों नवरात्रि अपने सबाब पर है, चारों तरफ माता के दरबार और पंडाल लगे हुए हैं। भक्त माता के दरबार में उनकी पूजा और आराधना कर माता को रिझाने में मशगूल है। इस दौरान भक्तों द्वारा मां भगवती की आराधना के लिए व्रतों और उपवासों का सिलसिला जारी है। ऐसे में लोग सात्विक खान-पान को लेकर काफी सजग है, लोग माता के नौ दिन पूरा सात्विक खाना खाते हैं। बड़ी संख्या में माता के भक्त नौ दिन तक व्रत और उपवास भी रखते हैं। इसके चलते माता के भक्तों को स्वास्थ्य की कई समस्याएं भी आ जाती हैं। क्योंकि इस व्रत और उपवास के दौरान हम उस तरह का पूरा भोजन नहीं करते हैं जो कि हमारे शरीर के लिए लाभप्रद और स्वास्थवर्धक होता है।
इसलिए नवरात्र के व्रत और उपवास के दौरान हमें कुछ खास बातों का ध्यान करते हुए अपना खानपान सही रखना चाहिए। जैसे दिन पर में एक बार भोजन करने की आदत को खत्म करें एक बार की जगह बार-बार भोजन और थोड़ी मात्रा में लेते रहें। इससे शरीर में ग्लूकोज का स्तर ठीक रहता है और आपकी ऊर्जा बनी रहती है। इस दौरान आप फलों के जूस के साथ फलों के फ्रूटचाट को भी खा सकते हैं। इससे आपको ऊर्जा के साथ फाइबर भी मिलेगी। वैसे तो व्रतों से जुड़े कई व्यंजन ज्यादातर तैलीय और वसा युक्त होते हैं। इसके सेवन से आपका हाजमा खराब हो सकता है ऐसे में आप रोस्ट या ग्रिल किए गए पदार्थों के सेवन पर ज्यादा ध्यान दें।
इस दौरान आप भोजन में कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों जैसे आलू और साबूदाना के साथ ज्यादा फाइबर युक्त पदार्थों का सेवन करना इस दौरान लाभकारी होता है। आप अपने मेन्यू में हरी सब्जियों के स्लाद के साथ फलों के जूस के अलावा ज्यादा तर उबले पदार्थों को शामिल करें। इस दौरान आप कुट्टू के आटे को भी अपने मेन्यू में जगह दे सकते हैं। इसमें लगभग 70 से 75 फीसदी तक कार्बोहाइड्रेट और 20 से 25 फीसदी तक प्रोटीन पाया जाता है। जो कि आपके शरीर में ऊर्जा के स्तर को बरकरार रखता है। आप बाजार में व्रत के दौरान मिलने वाले स्नैक्स से बचना चाहते हैं तो व्रत में भुने चने और मखाना के साथ मूंगफली का सेवन करे इसके साथ सूखे मेवों का सेवन भी आपके लिए अच्छा रहेगा। इसके साथ ही आप आसानी से पचने वाले विकल्प के तौर पर सामक का चावल भी आप अपने मेन्यू में डाल सकते हैं। अपने मेन्यू में आप मीठे के तौर पर सामक के चावल की खीर बना सकते हैं इसमें मेवे के साथ फलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।