दिल्ली/देहरादून। देवभूमि में कांग्रेस में मची रार अभी तक थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार और संगठन में उठापटक का दौर जारी है।प्रदेश में सरकार और संगठन में मची सियासी हलचल को लेकर आज सीएम हरीश रावत पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात हालात पर चर्चा करेंगे। इस मसले पर प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को भी उनके साथ जाना था, लेकिन स्वास्थ्य खराब के चलते वो नहीं जा सके।
उत्तराखंड में कांग्रेस संगठन व सरकार में चल रही खींचतान को देखते हुए इस बैठक को खासा अहम माना जा रहा था। हालांकि, मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ऐसी चर्चाओं को खारिज करते हुए इसे पूर्व निर्धारित मुलाकात करार दिया।
प्रदेश संगठन और सरकार के बीच खींचातान:-
प्रदेश सरकार और संगठन के बीच काफी समय से लगातार गतिरोध बना हुआ है । पीडीएफ को लेकर सरकार और संगठन के बीच जुबानी जंग जारी है। अब जब विधान सभा चुनाव सर पर आने वाले तो ऐसे में सरकार और संगठन के बीच चल रहा ये गतिरोध सरकार के लिए और कांग्रेस के लिए चुनाव को लेकर चिंता का सबब बना हुआ है। बीते दिनों राज्य में लगातार पीडीएफ और संगठन के बीच चल रहे शीत युद्ध ने सियासी माहौल काफी गरम कर रखा है। बीते दिन टिहरी महोत्सव में प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पीडीएफ कोटे से पर्यटन मंत्री दिनेश धनै द्वारा निमंत्रण न दिए जाने पर संगठन खासा हमलावर है। अब इस शीत युद्ध की आग दिल्ली दरबार तक पहुंच गई है। लिहाजा राज्य में आगामी चुनाव को देखते हुए केन्द्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री हरीश रावत और किशोर उपाध्याय को दिल्ली तलब किया है।
राहुल ले सकते हैं तकरार पर बड़ा निर्यण:-
राज्य में सरकार और संगठन के बीच जारी तकरार पर केन्द्रीय नेतृत्व के स्वर और मिजाज दोनों ही खासा गरम हैं । ऐसे में माना जा रहा है कि केन्द्रीय नेतृत्व कोई बड़ा कदम भी उठा सकती है। क्योंकि प्रदेश में हो रहे तमाशे से एक तो कांग्रेस की छबि का नुकसान हो रहा है। दूसरे प्रदेश में आगामी विधान सभा चुनाव में पार्टी को इस तकरार के चलते खामियाजा भुगतना भी पड़ सकता है। इस लिहाज से केन्द्रीय नेतृत्व ने सीएम हरीश रावत समेत प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को दिल्ली दरबार में तलब किया था पर ऐन मौके पर किशोर उपाध्याय की तबियत बिगड़ जाने से हरीश रावत को अकेले ही पेशी पर आना पड़ा है।
तनातनी की खबरों को रावत ने बताया गलत:-
माना जा रहा है कि सीएम हरीश रावत की राहुल के दरबार में पेशी के वक्त प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी व सह प्रभारी संजय कपूर भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि मुलाकात के दौरान पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी उत्तराखंड में सरकार व संगठन के बीच चल रही रार को लेकर हो रही फजीहत के मद्देनजर हिदायत दे सकते हैं। इसी बीच आपसी रार की खबरें मीडिया में आने और दिल्ली दरबार में पेशी की खबरें तूल पकड़ने के बाद सीएम हरीश रावत बचाव की मुद्र में दिखे। उनका कहना था कि बैठक में वह राहुल गांधी को प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति की जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान चुनाव घोषणा पत्र समिति और चुनाव प्रचार समिति के गठन पर भी निर्णय लिया जा सकता है।मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस बैठक के लिए उन्होंने और प्रदेश अध्यक्ष ने ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से समय मांगा था।