लखनऊ। हम जवाब दे सकते थे,पार्टी बनाने में नेताजी की साथ दिया,नेताजी के साथ-साथ गांव-गांव जाकर साइकिल चलाई। । 984 में साइकिल चलाकर जनसम्पर्क किया,गांव-गांव में नेताजी की चिट्ठियां बांटी।इमरजेंसी के दौरान हमने संघर्ष किया,उस वक्त गाड़िया कम होती थी,पार्टी केलिए 3-3 महीने साइकिल चलता रहा।
अपने कामों की दी दुहाई
पार्टी के मीटिंग के वक्त मैंने अध्यक्ष पद छोड़ा था,अ खिलेश को नेताजी ने अध्यक्ष बना दिया था। मेरे पार्टी में कार्यकाल पर विपक्ष के लोगों ने मेरे काम की तारीफ की,3 साल पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा। क्या सरकार में मेरा कोई योगदान नहीं,क्या मेरे विभाग में अच्छे काम नहीं हुआ। मैंने हर आदेश नेताजी का माना है मैने हर आदेश सीएम का माना है ।
अखिलेश पर साधा निशाना
कहते कहते सीधा अखिलेश से हमला बोला कहा नेताजी अखिलेश ने अलग दल बनाने की बात कही मैने कमस खा कर कह सकता हूं। मैं अपने बेटे की कसम खाता हूं। अखिलेश ने अलग पार्टी बनाने को कहा था। अखिलेश ने कहा था दूसरे दल के साथ मिलेंगे। मैं गंगा जल लेकर कसम खा सकता हूं। कहा कि दूसरे दल के साथ सरकार बनेंगी। अब इस पार्टी में रामगोपाल की दलाली नहीं चलेगी। 2003 में अमर सिंह कीममद से सरकार बनी थी। कुछ लोग तो अमर सिंह की पैरों की धूल के बराबर तक भी नहीं।
नेताजी से की गुहार
नेता जी को किसने नहीं बनने दिया मोदी का विकल्प ? किसने महागठबंधन तुड़वाया। मुलायमसिंह यादव पर बोले शिवपाल यादव-नेताजी के आदेश पर मेरे विभाग लिए गए,अखिलेश से क्या मैंने कम काम किया था। यूपी की कमान नेताजी संभाले और मुझे पार्टी चलाने की छूट दें। कहते कहते मुलायम को सीएम बनने की बात कही।