नई दिल्ली : अमृतसर ट्रेन हादसे में सहारनपुर के चालकों व गार्ड को क्लीनचिट मिल गई। हावड़ा मेल के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड को अमृतसर में हादसे की बाबत पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जहां पूछताछ करने से पहले क्लीनचिट दे दी गई।
19 अक्तूबर को हुआ था हादसा
रेल राज्यमंत्री और अफसरों ने हावड़ा मेल के चालकों व गार्ड को इस घटना में दोषी न मानते हुए वापस भेज दिया। बता दें कि हावड़ा मेल घटना से करीब 10 मिनट पहले ही निकली थी। 19 अक्तूबर को दशहरे के दिन अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में काफी लोगों की जान गई।
हादसे से 10 मिनट पहले गुजरी थी हावड़ा मेल
हादसा इतना भयंकर था कि ट्रेन से लोगों के चीथड़े उड़ गए थे। शरीर से अंग अलग हो गए थे। हादसे के तुरंत बाद ही जांच बैठा दी गई। जिस ट्रेन से हादसा हुआ, उसके चालक को तलब किया गया। साथ ही हादसे से 10 मिनट पहले हावड़ा मेल गुजरी थी तो इसलिए उनके चालकों व गार्ड को भी तलब किया गया। गाड़ी संख्या 13006 हावड़ा मेल के लोको पायलट जगबीर सिंह, सहायक लोको पायलट जगदीश कुमार और गार्ड पन्नालाल को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था, लेकिन बाद में उन्हें अचानक दिल्ली के बजाय अमृतसर बुलाया गया। दोनों चालक व गार्ड अमृतसर पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक जगबीर, जगदीश व पन्नालाल से अमृतसर में कोई पूछताछ नहीं की गई। बताया गया कि रेल राज्यमंत्री और अधिकारियों ने माना कि जब हावड़ा मेल के चालकों व गार्ड का कोई दोष नहीं है तो इनसे पूछताछ क्यों की जाए? इसलिए दोनों चालकों से अमृतसर में कोई पूछताछ नहीं की गई। चालकों व गार्ड को क्लीनचिट देते हुए वापस भेज दिया गया।
बता दें कि हावड़ा मेल चालकों व गार्ड को इसलिए बुलाया गया था कि जब वह ट्रेन लेकर वहां से गुजरे तो भीड़ थी या नहीं। इसके अलावा अन्य कई कारण थे, जिस बाबत उन्हें तलब किया गया। दोनों चालकों व गार्ड को क्लीनचिट मिलने से राहत की सांस ली। इस बात को उन्होंने अपने लोको पायलट साथियों को भी बताया। देर शाम तक चालक सहारनपुर पहुंच गए थे।