गया। बिहार की केन्द्रीय जेल एक बार फिर बंदी की मौत से अपने कार्य व्यवहार को लेकर चर्चा में है। बिहार की जेलें कई बार अपनी कार्यशैली को लेकर बदनाम रही हैं। इस बार फिर एक सजायाफ्ता कैदी की मौत से गया की केन्द्रीय जेल इस बार शक के दायरे में आ गई है।
गुरूवार को बिहार के गया जिले में स्थित केन्द्रीय कारागार में अफील की खेती के आरोप में सजायाफ्ता एक कैदी गोवर्धन भोक्ता की मौत होगी। यह पिछले एक साल से यहां पर बंद था। कैदी की मौत पर उसके परिजनों ने जोरदार हंगामा करते हुए जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
वहीं जेल प्रशासन का कोहना है कि कैदी गोवर्धन भोक्ता की तबियत 3 दिन पहले खराब हुई थी जिसके बाद उसे अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। जहां हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। जेलर का कहना है कि कैदी को कैंसर था जिसके चलते उसकी मौत हो गई है। वहीं मृतक कैदी के परिजनों ने जेल प्रशासन की व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हुए घटना की जांच और मुआवजे की मांग की है।