वॉशिंगटन। अमेरिका में आए-दिन बढ़ रही गोलीबारी की घटनाओं से वहां के लोग काफी आहत महसूस कर रहे हैं। इसी को लेकर फ्लोरिड़ के स्कूल में 40 दिन पहले हुई फांयरिंग में मारे गए 17 बच्चों को लेकर वहां के लोगों ने सरेआम खरीदी जा रही गनों को लेकर अपना रोष प्रकट किया है और इन्हें बैन करने की मांग की। इसी कड़ी में वाॉशिंगटन में अमेरीकी लोगों ने गन क्लचर के खिलाफ जन सैलाब निकाला। इस मोर्चे में शामिल होने के लिए वॉशिंगटन समेत अमेरिका के अलग-अलग शहरों से लोग एकत्रित हुए और इस कल्चर के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके अलावा ब्रिटेन के लंदन, जापान के टोक्यो, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी और भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी गन कल्चर के खिलाफ प्रदर्शन हुआ।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों की तारीफ करते हुए व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जैक पार्किन्सन ने कहा कि हम उन सैकड़ों हिम्मतवाले अमेरिकियों की तारीफ करते हैं जो अपनी अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने गन कंट्रोल के लिए उठाए गए राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के कदमों के बारे में भी बताया। बता दें कि ट्रंप गन कंट्रोल के मामले में कड़े कदम उठाने की बात कह चुके हैं। ट्रंप बम्ब स्टॉक और स्कूलों की सिक्युरिटी बढ़ाने के लिए टीचरों और छात्रों को ट्रेनिंग देने की बात भी कह चुके हैं। शनिवार को मार्च के दौरान बड़ी मात्रा में लोग गन कल्चर के खिलाफ प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए।
इसमें कुछ बड़े सिलेब्रिटीज ने भी छात्रों का साथ दिया। गायक आरियाना ग्रांड, माइली सायरस और लिन मिरांडा सरीखी सिलेब्रिटीज ने अमेरिका की कैपिटोल बिल्डिंग के सामने स्टेज परफार्मेंस देकर छात्रों का हौसला बढ़ाया। तीन साल पहले ऑरेगॉन के कॉलेज में नौ लोगों की हत्या के बाद उस वक्त के प्रेसिडेंट बराक ओबामा रो तक पड़े थे। अमेरिकी कांग्रेस के 70% सांसद हथियारों के समर्थक थे। लिहाजा ओबामा बेबस रहे। वहीं, राष्ट्रपति ने बीते महीने फ्लोरिडा स्कूल में शूटिंग से पीड़ित परिवारों से मुलाकात में कहा था कि फायरिंग की घटनाओं से निपटने के लिए हर टीचर के हाथ में पिस्टल थमा देंगे।