पटना। देश की राजनीति में आए दिन किसी न किसी विषय को लेकर हलचलें तेज होती रहती हैं। ये हलचलें कभी राजनीति में सकारात्मक होती हैं तो कभी नकारात्मक भी होती हैं। सरकार द्वारा आए दिन जनता की भलाई के लिए कार्य किए जाते हैं। इसके साथ ही लोगों की समस्या सुनने के लिए भी कई कार्य किए जाते हैं। जिनके चलते आम जनता सरकार तक अपनी समस्या पहुंचा सके। इसी बीच एक बार फिर नीतीश सरकार नए साल से जनता दरबार लगाने वाली है। एनडीए की सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के साथ जनता दरबार की जो परिपाटी शुरू की, उसे अब नीतीश सरकार फिर से शुरु करने की कवायद तेज हो गई है। बीजेपी कोटे के मंत्री पहले की परिपाटी को दुहराते हुए बीजेपी ऑफिस में सप्ताह में एक दिन बारी-बारी से जनता दरबार लगाएंगें।
इस कार्यक्रम को ‘सहयोग’ का नाम दिया गया-
बता दें कि उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सरकारी आवास मिलते ही हर मंगलवार को अनौपचारिक रूप से जनता दरबार लगाने का कार्यक्रम शुरू भी कर दिया है और अब भाजपा कोटे से सरकार में मंत्री बने नेता भी अपने-अपने विभाग को लेकर जनता दरबार जल्द ही शुरू करेंगे। पार्टी की ओर से इस कार्यक्रम को ‘सहयोग’ का नाम दिया गया है। बताते चलें कि साल 2005 और 2010 के कार्यकाल में भी बीजेपी की ओर से अपने मंत्रियों का ऐसा कार्यक्रम पार्टी कार्यालय में निर्धारित किया जाता रहा है। इस कार्यक्रम शुरुआत बहुच हद तक सफल भी रहे थे और इसी के तर्ज पर 2017 में बीजेपी जब फिर से नीतीश सरकार में शामिल हुई तो इसकी शुरुआत हुई, लेकिन 2019 आते-आते जैसे-जैसे पार्टी की कमान ढीली पड़ती गई, मंत्रियों ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाना बंद कर दिया। मगर पार्टी की करफ से इस बार फिर से मंत्रियों के लिए कार्यक्रम तय कर दिए गए हैं। बीजेपी के आधिकारिक सूत्रों की माने तो नये साल के जनवरी महीने से इस सहयोग कार्यक्रम को शुरू किया जाना है।