नई दिल्ली। आज देश पूर्व राष्ट्रपति राधाकृष्णन का जन्मदिन शिक्षक दिवस के तौर पर मना रहा है। ये शिक्षक दिवस के तौर पर इनका जन्मदिन 5 सितबंर 1962 से हर साल पूरा देश शिक्षक दिवस के तौर पर मनाता है। राधा कृष्णन देश के पहले उप राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। इसके पहले आपने 40 सालों तक शिक्षक के तौर पर काम किया था। इनका जन्म 1888 में तमिलनाडु के तिरूमनी गांव के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बचपन से इनका शौक किताबें पढ़ना था।
स्वामी विवेकानंद के जीवन से राधाकृष्णन काफी प्रभावित थे। इनके कुशल कार्यो को देखते हुए देश ने इनको 1954 में भारत रत्न से विभूषित किया था। इसके ऑर्डर ऑफ मेरिट , नाइट बैचलर आदि कई उपाधियां और अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है। राधाकृष्णन का निधन 17 अप्रैल 1975 को चेन्नई में हुआ था। आज इस मौके पर देश भर के शिक्षकों को राष्ट्रपति की ओर से शिक्षक दिवस पर पुरस्कृत किया जाता है। जहां पर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर उपलब्धियों के लिए इनको सम्मानित किया जाता है।
इस बार शिक्षक दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसकी पूर्व संध्या पर देश भर के शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करें। इसके साथ उन्होने कहा कि हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक दार्शनिक और शिक्षक के तौर पर हमेशा जाने जाते रहेंगे। हमारे देश में गुरू और शिष्य की महान परम्परा रही है। जिसके तहत गुरू अपना ज्ञान शिष्यों के देकर उन्हें सशक्त बनाता है।