उत्तराखंड की टिहरी जेल में बंद रूसी नागरिक पिछले एक सप्ताह से अनशन पर है। हालात बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल टिहरी में भर्ती कराया गया है। उसने एक जिद पकड़ रखी है जिसे पूरा कराने के लिए पानी छोड़ने की चेतावनी भी दे चुका है। रूसी नागरिक उत्तरकाशी में बिना वीजा और पासपोर्ट के पिछले एक माह से रह रहा था। उसने संयुक्त राष्ट्र को मेल भेजकर भारत में शरणार्थी बनकर रहने की इजाजत मांगी है। उत्तरकाशी अभिसूचना इकाई और पुरोला पुलिस ने एक जुलाई को डामटा से उसे गिरफ्तार किया था।
यह नागरिक सालों से बिना वीजा और पासपोर्ट के रह रहा था। पुलिस ने अधिनियम के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज कर तीन जुलाई को टिहरी जेल भेजा, लेकिन उसने गिरफ्तार होने के दिन से खाना त्याग दिया है। इस समय वह चिकित्सकों निगरानी में है। रूसी नागरिक का कहना है कि जब उसने कोई जुर्म किया ही नहीं है तो उसे किस बात की सजा दी जा रही है। उसका कहना है कि बात के लिए उसे जेल में बंद किया गया है। वही डॉक्टर का इस संबंध में कहा कि जब से उसने खाना छोड़ा तब से वह सिर्फ पानी पी रहा है। वही रूसी नागरिक ने संयुक्त राष्ट्र को एक मेल भेजा है। जिसमें उसने भारत में शरणार्थी बनकर रहने की मांग की है