नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया में व्यापक स्तर पर सुधार किए हैं। इससे भर्ती प्रक्रिया में और पारदर्शिता व दक्षता आई है।
रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने 92 लाख उम्मीदवारों के लिए दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित की है। यह परीक्षा भारत में दूर-दराज के क्षेत्रों उत्तर पूर्व, कश्मीर घाटी, लक्षद्वीप और अंडमान द्वीप समूह समेत कुल 351 शहरों में आयोजित की गई थी।
प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया विजन के मद्देनजर असिस्टेंट स्टेशन मास्टर पद के लिए दूसरे चरण की लिखित परीक्षा और तीसरे चरण का एप्टीट्यूड (साइको) टेस्ट और मंत्रालयी पदों के लिए टाइपिंग स्किल टेस्ट को 45,989 उम्मीदवारों के लिए देश भर में कंप्यूटर आधारित तरीके से आयोजित करवाया गया।
एप्टीट्यूड (साइको) और टाइपिंग स्किल टेस्ट के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा एक अन्य प्रमुख पहल है। यह इतिहास में इस तरह का पहला प्रयास था। इस डिजिटल रूपांतरण के चलते ही ये दोनों टेस्ट एक ही दिन कराना संभव हो पाया, जबकि पहले इन दोनों को आयोजित करने में करीब दो महीने का वक्त लगता था। इस बदलाव की बदौलत समय और संसाधन दोनों की बचत होने लगी है।