देहरादून। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमौली जिलों में भारी बारिश के बाद बादल फटने और भूस्खलनों से कई लोगों की मौत हो गई है। कुदरत के इस कहर ने देवभूमि में तांडव कर दिया है। भारी बारिश के कारण नदियों में आए उफान से कई लोग, मकान और जानवर बह गए हैं।
पिछले 24 घंटों में 54 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। थाल-मुन्सयारी सड़क नष्ट हो गई है। इस वजह से दर्जनभर वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं।
अगले 72 घंटों में भारी बारिश को लेकर नैनीताल, उधमसिंह नगर, चंपावत, अल्मोड़ा, पौड़ी, हरिद्वार, टिहरी और देहरादून जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ नैशनल हाइवे (एनएच-58) भी जगह-जगह मलबा आने से बंद हो गया है।
उत्तराखंड के आपदा प्रभावित इलाकों में सेना के जवानों को भेज दिया गया है। जो बचाव और राहत कार्यों को अंजाम देने में जुट गए हैं। तबाही में मारे गए लोगों के आश्रितों को राज्य सरकार ने दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराने की घोषणा की है।
राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को इस प्राकृतिक आपदा में लोगों के मारे जाने की घटना पर दुःख जताया। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराने की भी घोषणा की।