लखनऊ: कोरोना की दूसरी लहर पूरी तरह से काबू में होने के बाद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर स्कूल खुल गए हैं। शिक्षा के केंद्र में फिर चहल-पहल दिखनी शुरू हो गई। करीब पांच महीने बाद ऑफलाइन कक्षाओं के लिए स्कूल खुलते ही बच्चों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
राजधानी में सोमवार को 50 फीसदी क्षमता के साथ कक्षा 9 से 12वीं तक स्कूल कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खोले गए। छात्र-छात्राएं, अभिभावक व टीचर्स कई दिनों से स्कूल खुलने का इंतज़ार कर रहे थे और ऐसे में विद्यार्थियों के चेहरे पर आज रौनक देखने को मिली।
स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन
स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर आदि की समुचित व्यवस्था की गई। ‘एक बेंच, एक छात्र’ के कांसेप्ट का पालन देखने को मिला और साथ ही सभी बच्चे और टीचर्स मास्क लगाए हुए नजर आए।
छात्र-टीचर्स के चेहरों पर खुशी
भारत खबर की टीम ने आज जब विद्यार्थियों और अध्यापकों से बातचीत की तो उन्होंने खुशी जताई। बच्चों ने कहा कि स्कूल खुलने पर हमें खुशी हो रही है। ऑनलाइन कक्षाओं से ऑफलाइन कक्षाएं बेहतर हैं, क्योंकि यहां हम टीचर्स से सामने से सवाल कर सकते हैं और अपने कॉन्सेप्ट क्लीयर कर सकते हैं।
वहीं, अध्यापकों ने कहा कि, अब हमारे सामने पहले से ज्यादा चुनौती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चों को सुरक्षित भी रखना है, पढ़ाना भी है और पढ़ाई के प्रति उनकी रुचि भी जगानी है। टीचर्स ने यह भी बताया कि, जो विद्यार्थी अनुपस्थित हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं भी हो रही हैं।
कोविड प्रोटोकॉल के पालन की अपील
इसके अलावा अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बात करते हुए स्कूल खुलने पर खुशी जाहिर की। साथ ही उन्होंने अपील करते हुए कहा कि, कोरोना से बचाव के लिए बच्चों, अभिभावकों और अध्यापकों को खुद से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।