लखनऊ। फैजुल्लागंज में बुखार का कहर हो गया है। बुखार से पीड़ित पांच लोगों की बुधवार को मौत हो गई। इससे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन बुखार पीड़ितों में कोरोना जैसे लक्षण हैं।
समय पर इलाज न मिलने से लोगों की मौत हुई है। वहीं अकेली रह रही एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। दो-तीन दिन बाद घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने देखा। इसके बाद नगर निगम की टीम ने पहुंचकर शव निकाला और दाह संस्कार के लिए भेजा।
फैजुल्लागंज में पांच सौ से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में
फैजुल्लागंज में पांच सौ से ज्यादा लोग बुखार की चपेट में हैं। यहां कोरोना के मरीज भी कम नहीं है। बाल महिला सेवा संगठन के संतोष और ममता त्रिपाठी ने बताया कि फैजुल्लागंज में बुखार का कहर है। अप्रैल में 50 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इनमें कई ऐसे हैं, जिनकी कोविड की जांच व समय पर इलाज नहीं मिल सका।
ऐसे में मौतों का सही कारण भी पता नहीं चल पा रहा है। बुधवार को भरत नगर निवासी बुजुर्ग महिला (60) को बुखार आ रहा था। किरायेदार गुड़िया गांव वोट डालने गयी थी। लौटी तो घर मे बदबू आ रही थी। कमरे में झांका तो बुजुर्ग मृत पड़ी थी। इसके बाद मोहल्ले वालों को सूचना दी। कोरोना के डर से कोई भी पास नहीं गया। उसका शरीर सड़ने लगा था। ऐसे में नगर निगम की टीम बुलाकर शव का दाह संस्कार कराया गया।
फैजुल्लागंज के नया पुरवा में इलाज व जांच के अभाव में हरिशंकर गौतम (45) की मौत हो गई। हरिशंकर गौतम तेज बुखार व सांस लेने की तकलीफ से जूझ रहे थे। ममता ने बताया कि श्याम विहार कॉलोनी में संगीता कश्यप (35), कृष्ण लोक कॉलोनी में सुधा शर्मा (40), दाऊदनगर में रमेश सोनी (46) व नया पुरवा में हरि शंकर गौतम (45) की सांसें थम गईं।