नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली को चमकाने के लिए सरकार द्वारा अथक प्रयास किए जा रहे है। जिसके चलते राजधानी में कई प्रोजेक्ट शुरू किए जा रहे है। जिनके शुरू होने से दिल्ली की तस्वीर ही बदल जाएगी। इसी बीच अब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और आस-पास के इलाक़ों का बड़े पैमाने पर रिडेवलपमेंट होने जा रहा है। यह रिडेवलपमेंट लवे की संस्था रेलवे लैंड डेवेलपमेंट अथॉरिटी द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ ही आरएलडीए के वाईस चेयरमैन वेद प्रकाश डुडेजा ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के रीडेवेलपमेंट का खाका तैयार कर लिया गया है। इसके साथ ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश का सबसे बड़ा स्टेशन है। व्यस्तता में ये देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेशन है। यहाँ रोज करीब पाँच लाख यात्री फुट्फाॅल होता है। यहाँ 400 ट्रेनें रोज आती-जाती हैं। इन ट्रेनों की संख्या भी आगे बढ़ने वाली है।
कनाट प्लेस से रेलवे स्टेशन के बीच छः लेन की चौड़ी सड़क होगी-
बता दें कि आरएलडीए 14 जनवरी से 19 जनवरी के बीच एक वर्चुअल रोड शो भी आयोजित कर रहा है ताकि इस मेगा प्रॉजेक्ट के बारे में निवेशकों को जानकारी हो सके। इसमें सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, दुबई और स्पेन समेत विभिन्न देशों के निवेशक और डेवलपर्स हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही आरएलडीए के एग्जीक्यूटिव डाइरेक्टर विवेक सिन्हा ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की मौजूदा बिल्डिंग की जगह पर एक आलीशान सिग्नेचर इमारत बनेगी। पास में ही फ़ाईव स्टार होटल और बजट होटल बनेगा, शॉपिंग मॉल और मल्टीप्लेक्स बनेगा। साथ ही स्टेट एंट्री रोड के आस पास की और प्रॉजेक्ट लैंड के अंतर्गत आने वाली क़रीब 200 मौजूदा छोटी-बड़ी इमारतों को हटा दिया जाएगा। कनाट प्लेस से रेलवे स्टेशन के बीच छः लेन की चौड़ी सड़क होगी। इसके साथ ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आस पास के 88 एकड़ इलाक़े के विकास में भारतीय प्राचीन कलाओं और आधुनिकता का मेल होगा। ये प्रॉजेक्ट 2024 तक पूरी हो जाएगी।
स्टेशन परिसर को 33 लाख वर्ग फ़ीट में बनाया जाएगा-
वहीं दूसरी तरफ नए स्टेशन के लिए 5,000 कारों को खड़ा करने के लिए मल्टी लेवल पार्किंग होगी। नया स्टेशन मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब की तरह काम करेगा। जो दिल्ली मेट्रो की येलो लाईन और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाईन से जुड़ा होगा। इसके साथ ही स्टेशन पर प्रत्येक यात्री का एंट्री और एग्ज़िट टाईम उसके यात्रा टिकट या प्लेटफार्म टिकट के आधार पर आटोमैटिक तरीक़े से नोट हो जाएगा। इस आधार पर यात्रियों के आगमन और प्रस्थान को आवश्यकतानुसार नियमित या नियंत्रित किया जा सकेगा। साथ ही स्टेशन परिसर को 33 लाख वर्ग फ़ीट में बनाया जाएगा। जो दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 का क़रीब 60% है। इसके अलावा 550,000 वर्ग फ़ीट जमीन में अन्य डिवेलप्मेंट किया जाएगा।