- भारत खबर || संवाददाता
ऐसा लगता है क्या फेसबुक को भी अब विवादों में रहने की आदत हो गई हैं, कभी डाटा लीक को लेकर विवाद में रहती है तो कभी अन्य किसी मामलों पर हमेशा चर्चाओं में रहती है। हाल ही में फेसबुक पर पक्षपात करने का आरोप लगा है।
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल ने अपनी एक रिपोर्ट में आरोप लगाते हुए कहा है कि फेसबुक पक्षपाती रवैया अपना रही है। कहा गया है कि हेट स्पीच के मामले में बीजेपी नेताओं पर कोई खास एक्शन फेसबुक नहीं ले रहा है। इसके बाद से फेसबुक ने तेलंगाना के भाजपा विधायक टी राजा सिंह को प्रतिबंधित कर दिया है।
फेसबुक की नीतियों में नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री को डालने के एवज में बीजेपी नेता को बैन कर दिया गया है यही नहीं उन्हें इंस्टाग्राम से भी रिमूव कर दिया गया है। आपको बता दें कि पिछले 14 अगस्त को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक रिपोर्ट छपी थी जिसमें आरोप लगाया गया कि फ़ेसबुक ने भारत में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के सामने हथियार डाल दिए हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अपने व्यवसायिक हितों को साधने के एवज में फेसबुक में फ़ेसबुक ने अपने मंच से बीजेपी नेताओं के नफ़रत फैलाने वाले भाषणों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। रिपोर्ट में तेलंगाना से भाजपा विधायक के घृणा संदेश का उल्लेख किया गया था, जिसमें वह कथित तौर पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का आह्वान कर रहे हैं।
तेलंगाना के भाजपा विधायक टी राजा सिंह मुसलमान और रोहिंग्या शरणार्थियों के संबंध में एक पोस्ट डालकर सुर्खियों में आए थे। सिंह के लगभग 5 प्रोफाइल फेसबुक पर बनी हुई है जिनमें ढाई लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। फेसबुक के प्रवक्ता ने ईमेल के जरिए दिए अपने बयान में कहा कि, हमने राजा सिंह को हमारी नीति का उल्लंघन करने के लिए फेसबुक से प्रतिबंधित कर दिया है। हमारी नीति, फेसबुक के माध्यम से हिंसा को बढ़ावा देने, हिंसा करने या हमारे मंच पर मौजूदगी से नफरत फैलाने पर रोक लगाती है। बयान में कहा गया, संभावित उल्लंघनकर्ताओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया व्यापक है और इस प्रक्रिया पर काम करते हुए हमने फेसबुक से राजा सिंह के अकाउंट को हटा दिया है।