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चीनी कंपनी वीवो पर हुआ केस दर्ज, साढ़े 13 हजार मोबाइल में चल रहा एक ही IMEI नंबर..

emi1 चीनी कंपनी वीवो पर हुआ केस दर्ज, साढ़े 13 हजार मोबाइल में चल रहा एक ही IMEI नंबर..

यूपी के मेरठ जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आयी है। मेरठ मे चीन की वीवो कंपनी पर केस दर्ज किया गया है। ये केस फर्जी वाड़े और धोखधड़ी को लेकर दर्ज किया गया है। वीवो कंपनी के द्वार देशभर में साढे़ं 13 हजार फोन का एक IMEI नंबर पाया गया है। जिसका खुलासा मेरठ साइबर क्राइम ब्रांच ने किया है।

emi 2 चीनी कंपनी वीवो पर हुआ केस दर्ज, साढ़े 13 हजार मोबाइल में चल रहा एक ही IMEI नंबर..पको बता दें, आईएमईआई यानी इंटरनेशनल मोबाइल इक्यूपमेंट आईडेंटी। एक तरह से मोबाइल की पहचान। कंपनी एक मोबाइल को एक आईएमईआई देती है। लेकिन एक आईएमईआई देशभर के करीब साढ़े 13 हजार मोबाइलों में चल रहा है। मेरठ जोन पुलिस की साइबर क्राइम सेल की जांच में यह खुलासा हुआ है। चीन की वीवो कंपनी व उसके सर्विस सेंटर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मेरठ की मेडिकल थाना पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से कंपनी की यह भारी चूक मानी जा रही है।

मेरठ ज़ोन के एडीजी राजीव सभरवाल ने बताया कि 13 हज़ार से ज्यादा फोन का एक IMEI नम्बर पाया गया है। उन्होंने बताया कि 13 हज़ार से ज्यादा फोन एक IMEI नंबर पर एक्टिव हैं।
एडीजी के मुताबिक ज़ोन कार्यालय में तैनात विभाग के अधिकारी से ही यह सूचना मिली है. बताया गया कि विभाग के अधिकारी ने अपना फोन रिपेयर कराया था और रिपेयर के बाद उनके फोन की IMEI बदल गई थी।

उन्होंने जोन कार्यालय में ही साइबर सेल में इस IMEI नंबर को चेक किया। इस जांच में सामने आया कि एक IMEI नंबर पर हज़ारों फोन एक्टिव हैं और बाद में जब इसी IMEI नंबर की जांच जनपद के साइबर सेल में चेक कराई गई तो भी यही खुलासा हुआ कि एक IMEI नंबर पर हज़ारों फोन एक्टिव हैं।

एडीजी ज़ोन ने बताया कि साइबर सेल की जांच के बाद अब मेरठ के मेडिकल थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बाबत सघन जांच की जाएगी। अगर यह तकनीकी ख़ामी है तो भी जांच की जाएगी और अगर कोई और संगीन मामला है तो यकीनन कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एडीजी ने कहा कि IMEI नम्बर किसी भी मोबाइल फोन का इंपॉर्टेंट पार्ट होता है और एक से ज्यादा फोन में सेम IMEI नंबर नहीं हो सकता।

साइबर सेल ने पूरे मामले में वीवो इंडिया के नोडल अधिकारी हरमनजीत सिंह को 91 सीआरपीसी के तहत नोटिस दिया। नोटिस के जवाब से पुलिस संतुष्ट नहीं हुई। वह यह भी नहीं बता पाए कि ट्राई के किस नियम के अनुसार एक आईएमईआई एक से ज्यादा मोबाइल नंबर पर सक्रिय है। साइबर सेल ने माना है कि इस मामले में मोबाइल कंपनी की घोर लापरवाही और ट्राई के नियमों का उल्लंघन है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एक ही आईएमईआई पर कई मोबाइल सक्रिय होने का बड़ा खतरा सामने आ सकता है। आईएमईआई नंबर बदल जाने के कारण ऐसे मोबाइल की पतासाजी मुश्किल होगी जो किसी से लूटे या चोरी किए गए हों। इस स्थिति में अपराधी बार-बार वारदात कर आईएमईआई नंबर बदलवाकर बच निकलने की कोशिश में रहेगा। देशद्रोही ताकतों के हाथ में इस तरह के मोबाइल होने से संभावित खतरे का अनुमान लगाया जा सकता है।

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इस तरह चीनी कंपनी भारत में धोखधड़ी करके पैसे कमा रही है। आईएमआई नंबर एक होने से लोगों की निजी जानकारी भी खबते के घरे में आ गई है।बेहरहाल मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद ही ची आगे की करतूत सामने आ पाएगी।

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