दुनिया ही नहीं देश में भी कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। जिसकी वजह से सरकार लगातार नियमों में बदलाव करके कोरोना को कंट्रोल करने में लगी हुई है।
इसी बीच स्वास्थय मंत्रालय की तरफ से कोरोना मरीजों के अस्पतालों से डिस्चार्ज करने की नीति को बदल दिया गया है।
सिर्फ कोरोना के गंभीर मरीज़ों को ही अस्पताल से डिस्चार्ज करने से पहले RT PCR टेस्ट से गुजरना होगा।
बाकी हल्के और थोड़े गंभीर मामलों में मरीज को 10 दिनों में छुट्टी मिल सकती है और उनका RT PCR टेस्ट नहीं होगा।
पहले 24 घण्टों में दो बार टेस्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज किया जाता था। अब गंभीर मरीज़ का भी बस एक टेस्ट निगेटिव आया तो उनकी अस्पताल से छुट्टी।
पेशेंट में कोई लक्षण ना दिखने और हालात सामान्य लगने पर 10 दिन में भी अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
डिस्चार्ज होने के बाद, पेशेंट को अब 14 दिन की बजाय 7 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा। 14वें दिन टेली-कॉन्फ्रेंस के जरिए मरीज का फॉलो-अप किया जाएगा।
थोड़े गंभीर लक्षण वाले मरीजों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में ऑक्सीजन बेड्स पर रखा जाएगा। उन्हें बॉडी टेम्प्रेचर और ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक्स से गुजरना होगा।
अगर बुखार 3 दिन में उतर जाता है और मरीज का अगले 4 दिन तक सैचुरेशन लेवल 95% से ज्यादा रहता है तो मरीज को 10 दिन के बाद छोड़ा जा सकता है।
मगर बुखार, सांस लेने में तकलीफ और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होनी चाहिए। ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज से पहले टेस्टिंग से नहीं गुजरना होगा।
इस तरह मरीजों की हालत को देखते हुए टेस्ट की प्रक्रिया को बदला गया है। आपको बता दें, भारत में धीरे-धूरे करके कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 59,662 हो गई है।
बीते 24 घंटे में कोरोना के 3320 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 95 मरीजों की मौत हुई है। अब तक कुल 17,847 लोग इससे ठीक भी हो चुके हैं। देश में कोरोनावायरस से अबतक 1,981 लोगों की मौत हो चुकी है।
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हालकि अच्छी खबर ये है कि मरीज ठीक भी हो रहे हैं और उनका आंकड़ा मरने वालों से ज्यादा है। भारत में ्भ तक 17 हजार मरीज ठीक हो चुके हैं।