पुणे। यह बात जगजाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बच्चों से बड़ा लगाव है। बच्चों के दिमाग में उठ रहे सवालों का जवाब देने खुद पीएम मोदी कई बार अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में सामने आए हैं।
खबर है कि पुणे में 7 साल की वैशाली ने अपने इलाज के लिए नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मदद मांगी थी। जिसके महज 5 दिन बाद पीएम मोदी की ओर से उसका जवाब आया। बच्ची को न केवल पीएम मोदी की तरफ से उसके पत्र का जवाब दिया गया बल्कि तत्काल मदद करने का भी आदेश दिया गया। जिसका नतीजा यह निकला की लड़की के हर्ट का ऑपरेशन अस्पताल में कराया गया।
बच्ची के हार्ट में छेद था। उसके पिता पेंटर का काम करते हैं। फाइनेंशियल कंडीशन अच्छी नहीं होने के कारण वो उसके ऑपरेशन के लिए पैसे नहीं जुटा पा रहे थे। यह बीमारी वैशाली को लगभग ढाई साल से थी। वैशाली को इस बीमारी से बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन का खर्चा लगभग 3 लाख रुपए बताया गया था।
वैशाली ने मोदी को हिंदी में अपनी मदद के लिए एक चिट्ठी लिखी जिसके साथ उसने अपने स्कूल का पहचान पत्र दिया था। उसके बाद मई 26 को जिल मेडिकल ऑफिसर जिला अस्पताल डॉ. संदीप कचारे को एक फोन आया और इस लड़की के बारे में जानकारी तुरंत हासिल करने के लिए कहा गया। पुणे के जिलाधिकारी सौरभ राव ने आनन-फानन में चार अधिकारियों की एक टीम का गठन कर इस लड़की की तलाश शुरू कर दी। दो दिन की मशक्कत के बाद टीम ने इश लड़की को ढूंढ निकाला। और उसका ऑपरेशन कराया गया।
वैशाली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली मदद पर खुशी जताई है। उसने कहा कि मुझ जैसी एक आम बच्ची के लिए प्रधानमंत्री ने मदद दी इससे मुझे काफी खुशी हुई है। मैं पीएम मोदी जैसा बड़ा बनने की सोच रही हूं जिससे देश की सेवा कर सकूं।
बता दें ये पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी ने किसी बच्चे की सहायता की हो या उसके पत्र का जवाब दिया है। अपने कार्यकाल की शुरुआत के साथ से ही वह लगातार बच्चों को लेकर काफी संवेदनशील रहे हैं।