केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरिराज सिंह ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में 38वें भारत-अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में एमएसएमई पवेलियन का उद्घाटन किया। इस मौके पर संबोधन करते हुए मंत्री ने कहा कि ग्रामीण उद्यमों का गुणवत्तापूर्ण विनिर्माण और समावेशी विकास किसी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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एमएसएमई मंत्रालय ने एमएसएमई एक्सपो-2018 के नाम से अपना स्टॉल लगाया है। इस स्टॉल में 50 से अधिक उद्यमियों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। इस वर्ष के एक्सपो की थीम है, ‘भारत में ग्रामीण उद्यमिता’। एमएसएमई एक्सपो के अंतर्गत सौर चरखा योजना उत्पाद, प्रक्रिया विकास केन्द्र, कौशल विकास और मार्केटिंग सहायता योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है।
गौरतलब है कि ग्रामीण उद्यमिता थीम के अंतर्गत मंत्रालय के दो कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया गया। जोकि सुगंध और स्वाद पर फोकस के साथ क्लस्टर विकास कार्यक्रम और सौर चरखा मिशन हैं। मंत्रालय की अन्य योजनाओं को भी प्रदर्शित किया गया है।इस मेले में महिला उद्यमी, पूर्वोत्तर राज्यों के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति उद्यमी तथा अल्पसंख्यक उद्यमी भी भाग ले रहे हैं।
एमएसएमई एक्सपो-2018 में प्रदर्शित कुछ प्रमुख उत्पाद है- इंजीनियरिंग के समान, खाद्य, हस्तकला की वस्तुएं, चमड़ा, सूती कपड़ा, होजियरी, बिजली के उपकरण, वाहन उपकरण, तैयार वस्त्र, रत्न एवं आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, हर्बल उत्पाद आदि। गौरतलब है कि केन्द्रीय राज्य मंत्री ने खादी व ग्राम उद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा निर्मित खादी पवेलियन का भी उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान एमएसएमई मंत्रालय के अवर सचिव व विकास आयुक्त राम मोहन मिश्रा तथा केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना भा मौजूद रहे।