कुछ दिन पहले बाबा रामदेव के योगपीठ पतंजलि ने ‘किम्भो एप’ लांच की थी, जिसे देश की पहली स्वदेशी एप कहा जा रहा था। लेकिन 24 घंटे में ही इस एप को गूगल प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया था। अब खबर आ रही है कि यह एप एक प्रसिद्ध मैसेजिंग एप ‘बोलो’ की कॉपी है। खबरों की मानें तो किम्भो में यूजर्स के डाटा लीक होने का खतरा भी बहुत ज्यादा है।
फ्रेंच साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, एलियट एल्डर्सन ने इस एप को एक ‘जोक’ करार देते हुए कहा है कि इससे किसी का भी डाटा लीक करना बहुत आसान है। डाटा सिक्योरिटी के लिहाज से यह एप काफी खतरनाक है।
एल्डर्सन ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘यह किम्भो एप एक मजाक है। अगली बार प्रेस वक्तव्य करने से पहले सक्षम डेवलपर्स को हायर कर लें… अगर इससे कुछ समझ में ना आए तो इस एप को इंस्टोल ना करें।’ इसके बाद उन्होंने किम्भो एप को डाटा सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा बताते हुए कहा, ‘किम्भो एंटरॉयड एप एक सिक्योरिटी डिजास्टर है, इस एप में मैं किसी भी यूजर के डाटा तक पहुंच सकता हुं।’
इसके बाद एल्डर्सन ने अपने अगले ट्वीट में इस एप के बारे में सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि किम्भो कोई ऑरिजनल एप नहीं है, बल्कि यह किसी अन्य प्रसिद्ध मैसेजिंग एप की कॉपी है। उन्होंने लिखा, ‘किम्भो एप एक अन्य मैसेजिंग एप का कॉपी पेस्ट है। यहां तक कि एप स्टोर में मौजूद एप का विवरण और स्क्रीनशॉट भी उसी एप से कॉपी किए गए हैं।’
इनके अलावा एक अन्य यूजर अभिषेक सिंह ने एप के बारे में एक और खुलासा करते हुए बताया कि किम्भो इंस्टॉल करने कि लिए फोन पर आने वाला ओटीपी(वन टाइम पासवर्ड) फॉरमैट भी सेम है। उन्होंने किम्भो टीम को मूर्ख बताते हुए कहा, ‘यह एप ‘बोलो एप’ पर बनी है, इतना ही नहीं इसे बनाने वाले इतने मूर्ख हैं कि उन्होंने इसका ओटीपी पासवर्ड फॉरमेट तक कॉपी किया है। इसके अलावा प्ले स्टोर पर मौजूद एप का विवरण और फोटोज भी बोलो एप से कॉपी की गई हैं।
It is build on an app called “BOLO”. Kimbho team is so dumb that they didnt even changed the OTP SMS format!! Even the description n pics used are same as Bolo app! 😂 https://t.co/QKGjYC1y2J pic.twitter.com/40yRxZKbLX
— Abhishek Singh (@ThakurrSaab) May 31, 2018
बता दें कि किम्भो एप को पिछले दिनों लांट करने के कुछ घंटों बाद ही गूगल प्ले स्टोर से रिमूव कर दिया गया था। जिस पर बाबा रामदेव के प्रवक्ता एसके तीजरावाला ने ट्वीट करते हुए कहा था कि एप को सिर्फ ट्रायल के लिए कुछ समय के लिए ही लांच किया गया था।
Our trial version of #kimbho app is no longer available for download on any platform. We don’t take any responsibility for many dulicate apps showing on anywhere. Beware!
आम सूचना..!#पतंजलि का #किम्भो एप का ट्रायल वर्जन अब कहीं भी डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं है @yogrishiramdev https://t.co/KWkVrpoVge— tijarawala sk (@tijarawala) May 31, 2018
इसके अलावा किम्भो की टीम ने इसे इतने कम समय में गूगल प्ले स्टोर से रिमूव करने पर सफाई देते हुए कहा था कि किम्भो पर बहुत ज्यादा ट्रेफिक बढ़ने की वजह से हम इसे रिमूव कर रहे हैं क्योंकि हम अपने सर्वर को अपग्रेड करने में लगे हैं। लेकिन जल्दी ही हम इस एप के साथ वापसी करेंगे।
We are facing extremely high traffic on Kimbho. We are in process of upgrading our servers and will be back shortly.
Sorry for the inconvenience.
Please stay tuned.#Kimbho #kimbhoApp #Swadeshi— Kimbho Chat App (@KimbhoApp) May 31, 2018