श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के हालातों से तो आप सभी बखूबी वाकिफ है। आतंकी बुरहान वानी की हत्या के बाद से वहां पर लगातार कई इलाको में कर्फ्यू और प्रतिबंध जारी है। हाल ही में इन्हीं हालातों का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में सर्वदलीय टीम ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात कर इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश की। लेकिन अब ऐसी खबरें समाने आ रही हैं कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से बड़ी संख्या में कश्मीरी युवक, विशेषकर दक्षिणी कश्मीर से, लापता हैं और माना जा रहा है कि वे आतंकवादी समूहों में शामिल हो गए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलवामा, कुलगाम, शोपियां एवं अनंतनाग से पिछले दो माह से करीब 80 युवकों के लापता होने की बात सामने आ रही है जिसमें से अधिकतर युवक पुलवामा जिले के हैं। वहीं सुरक्षा संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी इस बात से सहमत हैं कि कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति की कोई स्पष्ट तस्वीर नहीं है। सेना एवं सुरक्षा बलों को इन स्थलों पर जाने के मजबूर होना पड़ रहा है तथा अब कुछ स्थिति साफ हो सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस पिछले 2 महीने में आतंकवाद निरोधक अभियान के बजाय कानून एवं व्यवस्था पर अधिक ध्यान केन्द्रित कर रही है।