बेंगलुरू। कर्नाटक में मई के मध्य मेंं विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, जिसे साधने के लिए कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने राज्य के नए झंडे का अनावरण कर दिया है, हालांकि अभी इसे केंद्र सरकार की मंजूरी मिलनी बाकी है जिसके लिए इसे केंद्र सरकार के पास भेज दिया गया है। सिद्धारमैया सरकार ने जो नया झंडा बनाया है वो लाल, सफेद और पीले रंग का है, जिसे नाद ध्वज नाम दिया गया है और इसके बीचों राज्य का प्रतिक चिन्ह दो सिरो वाला पौराणिक पक्षी गंधा भेरण्डा अंकित है। इस झंडे का अनावरण करके सीएम ने विधानसभा चुनाव से पहले कन्नड अस्तिमता का दांव खेला है। हालांकि केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ये सिर्फ राज्य का आधिकारी राजकीय झंड़ा कहलाएगा।
बता दें कि कन्नड समर्थक संगठनों, कार्यकर्ताओं और साहित्यिक जगत के लोगों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता के बाद सिद्धारमैया ने ध्वज का अनावरण किया, जहां उन्होंने सर्वसम्मति से झंडे के डिजाइन को मंजूरी दी। दरअसल पिछले साल प्रदेश सरकार द्वारा गठित एक समिति ने कर्नाटक के लिए अलग ध्वज की सिफारिश की थी, जिसके लिए संवैधानिक या कानूनी बाधाओं में छुट दी गई थी। झंडे का अनावरण करने के दौरान सीएम ने कहा कि कन्नड बोलने वाले लोगों के गौरव के प्रतीक के रूप में राज्य के लिए एक ध्वज का फैसला लिया गया है, जोकि कन्नड लोगों की आवाज को बुलंद करेगा। सीएम ने कहा कि ये झंडा कन्नड गर्व का चिन्ह है और ये एक ऐतिहासिक फैसला है।