मुंबई। विवादास्पद धर्म प्रचारक जाकिर नाइक प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष स्काइप या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से पेश होकर बयान दर्ज कराने को तैयार है। जाकिर ने अपने वकील महेश मुले के मार्फत ईडी को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है। इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आरआरएफ) संस्थापक के खिलाफ ईडी ने मनीलांड्रिंग मामले में दो फरवरी को समन जारी किया था। साथ ही नौ फरवरी को पेश होने को कहा गया था।
माना जाता है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए जाकिर नाइक सऊदी अरब में है। जाकिर ने कहा कि वह स्काइप या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के जरिये पेश होने को तैयार हैं, ताकि मामले की जांच में एजेंसी का सहयोग किया जा सके। नाइक के अनुसार, वह एनआरआइ है और उन्हें समन की प्रति प्राप्त नहीं हुई है। समन उनके भाई को सौंपा गया है जो उचित तरीका नहीं है। ईडी से गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत दर्ज मुकदमे में फैसला आने के बाद पूछताछ करने का भी आग्रह किया गया है। आइआरएफ को प्रतिबंधित करने के सरकार के निर्देश को कोर्ट में चुनौती दी गई है।
आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के मामले में जाकिर की संस्था पर 2016 में पांच वष का प्रतिबंध लगाया गया था। जाकिर नाइक ने व्यक्तिगत पेशी के लिए ईडी से कुछ महीनों का वक्त मांगा है। जाकिर ने आरोप लगाया कि भारत में उनके प्रति शत्रुतापूर्ण माहौल है, ऐसे में निष्पक्ष जांच असंभव है। मीनलांड्रिंग के मामले में ईडी ने पिछले सप्ताह जाकिर के सहयोगी आमिर गजदर को गिरफ्तार किया था।