मुंबई। शिवसेना ने सोमवार को केंद्र सरकार से कहा कि वह माफिया डॉन दाउद इब्राहिम कासकर और टाइगर मेमन को पकड़ने की योजना त्याग दे और उसके स्थान पर मुंबई निवासी विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक डॉ.जाकिर नाईक पर मुकदमा दर्ज करे। पार्टी के मुख पत्र ‘सामना’ में प्रकाशित एक संपादकीय लेख में शिव सेना ने कहा है, “पाकिस्तान से दाऊद या मेमन को घसीट कर लाने की घोषणा बंद करो..अब नाईक पर ध्यान केंद्रित करो, यह घर में छिपा दुश्मन है..उसे गिरफ्तार करो और उसी कोठरी में रखो, जिसमें अजमल कसाब को रखा गया था।”
गत एक जुलाई को ढाका के कैफै में एक भारतीय समेत 20 लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादियों में दो को उनके उपदेशों से प्रेरणा मिली थी। यह उजागर होने के बाद नाईक जांच के घेरे में हैं।
केंद्र और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घटक दल शिव सेना ने कहा कि अब तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी, केंद्रीय जांच ब्यूरो और महाराष्ट्र पुलिस और गोवा में एक दक्षिणपंथी हिन्दू संगठन ‘सनातन संस्था’ के पीछे पड़ी हुई थी।
शिव सेना ने कहा, “नाईक के प्रचार और साहित्य के बारे में क्या कहना है? ये देश में अलगाववादी तत्वों को हवा दे रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि वह नरक में धकेल कर मुसलमानों का मसीहा बनने की कोशिश कर रहा है। यह एक नई तरह की अशांति है और भारत में पाकिस्तान की रचना हो रही है।”
यह कहा गया कि नई दिल्ली और महाराष्ट्र में भाजपा सरकार हिम्मत दिखाए और नाईक के पीस टीवी पर प्रतिबंध लगाए तथा उसके प्रचार तंत्र को ध्वस्त करे।
शिव सेना ने कहा कि हैदराबाद में इस्लामिक स्टेट के एक मांद का भंडाफोड़ हुआ था और उसके प्रमुख इब्राहिम येजदा ने स्वीकार किया कि उसने नाईक के शांति शिविर में 10 दिनों तक भाग लिया था।
संपादकीय में यह अरोप लगाया गया है कि नाईक के खिलाफ कार्रवाई करने में भारतीय जांच एजेंसी ठंडा रुख अपना रही है।
(आईएएनएस)