वाशिंगटन। अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद राजनीति गलियारों में सियासत गर्मा गई है। आए दिन डोनाल्ड ट्रंप को लेकर खबरे सामने आती रहती है। जैसा कि सभी जानते हैं राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिका की जनता ने जो बाइडेन को अपना समर्थन देकर जीता दिया। जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप बोखला उठे और तरह-तरह की टिप्पणी करने लगे। जिसके चलते बीते दिनों अमेरिका संसद पर भी ट्रंप समर्थकों ने धावा बोल दिया था। जिसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म ट्वीटर और फेसबुक ने ट्रंप के अकाउंट को बंद कर दिया। इसके साथ ही अब यूट्यूब की तरफ से खबर आ रही है कि उसने भी डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट को एक हफ्ते के लिए बैन कर दिया है। वीडियो प्लेटफाॅर्म यूट्यूब का कहना है कि इस पाबंदी के पीछे हिंसा फैलने की आशंका है।
ट्रंप ने राज्य में की 24 जनवरी तक आपातकाल की घोषणा-
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ने पर ही है। कम होने का नाम तक नहीं ले रही है। इसके साथ ही 20 जनवरी को अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन शपथ लेंगे। इस मौके पर डोनाल्ड ट्रंप ने आने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद उन पर कार्रवाई करते हुए महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप ने राज्य में 24 जनवरी तक आपातकाल की घोषणा भी कर दी है। उन्होंने इस घोषणा के पीछे जो बाइडेन के शपथ समारोह में हिंसा होने की आशंका बताई है। इसी बीच अब वीडियो प्लेटफॉर्म ने इस पाबंदी के पीछे हिंसा फैलने की आशंका को बताया है। यूट्यूब ने कहा कि उनके कुछ भी पोस्ट करने से हिंसा की आग भड़क सकती है। फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग के मुताबिक अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण करने तक देश के डोनाल्ड ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर पाबंदी लगी रहेगी।
ट्विटर स्वतंत्र आवाजों को प्रतिबंधित करने के मामले में काफी आगे बढ़ चुका- ट्रंप
ट्विटर पर प्रतिबंधित होने के कुछ घंटो बाद ट्रंप ने एक बयान में कहा कि मुझे ऐसा होने का अनुमान था। हम दूसरी साइटों से बात कर रहे हैं और इस पर जल्द ही बड़ी घोषणा करेंगे और हम निकट भविष्य में अपना खुद का प्लेटफॉर्म बनाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहे हैं, हम चुप नहीं बैठेंगे। ट्रंप ने कहा कि ट्विटर भले ही निजी कंपनी हो, लेकिन बिना सरकार के धारा 230 के उपहार के वे लंबे समय तक नहीं टिक पाएंगे। इसके साथ ही ट्रंप कहा कि जैसा कि मैं लंबे समय से यह कहता आया हूं कि ट्विटर स्वतंत्र आवाजों को प्रतिबंधित करने के मामले में काफी आगे बढ़ चुका है।