नई दिल्ली उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बापानगर में एक युवक ने मौत के बाद के रहस्य को जानने के लिए आत्महत्या कर ली है। मिली जानाकरी के मुताबिक विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके 25 वर्षिया नवदीप ने मोक्ष की प्राप्ती के लिए पहले नींद की खाफी गोलियां खाई, लेकिन जब इससे बात नहीं बनी तो उन्होंने अपने घर की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। नवदीप कोलकाता से बीटेक और स्विट्जरलैंड से एमटेक करने के बाद एक साल नौसेना में भी नौकरी कर चुका था। पुलिस के मुताबिक वो पिछले कई दिनों से मोबाइल पर गूगल में मोक्ष प्राप्ति के साथ-साथ मरने के तरीके तलाश रहा था।
दुबई में रह रही मृतक की मां ने इस बात का खुलासा किया है। मूलरूप से बिहार के बेगूसराय निवासी नवदीप नौसेना की नौकरी छोड़कर रंजीत नगर में किराए पर रह रहा था। पिता दिल्ली में बिजली विभाग में अधीक्षण अभियंता थे और बाद में अबुधाबी चले गए और वहां की सरकार के सलाहकार बन गए। नवदीप का छोटा भाई भी अबुधाबी में रहता है। पुलिस के अनुसार एक हफ्ते से नवदीप आध्यात्मिक बातें कर रहे थे और अनिद्रा के शिकार थे। उनकी मां ने बापानगर निवासी रिश्ते के भाई से इस बारे में बात कर नवदीप को अबुधाबी लाने को कहा। 31 दिसंबर को नवदीप के मामा उन्हें घर ले आए, लेकिन वह मानसिक तनाव में थे।
घरवालों से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक ने लाइफ आफ्टर डेथ किताब को पढ़ा था, जिसके बाद उनके मन में सुसाइड के ख्याल आ रहे थे। इसका जिक्र उन्होंने कई बार पैरंट्स से किया था। 30 दिसंबर को नवदीप ने अपनी मां को वाट्सएप पर सुसाइड थॉट का मैसेज भेजा। इसके बाद मां ने बुराड़ी के संत नगर में भाई को फोन किया। नवदीप के मामा उन्हें अपने साथ ले गए। सोमवार आधी रात नवदीप ने वहीं सेकंड फ्लोर से कूदकर जान दे दी। मरने से पहले भी उन्होंने मां को सुसाइड का वाट्सएप मैसेज भेजा था। पुलिस को उनके कमरे से कुछ ऐसी किताबें मिली हैं, जिनमें मौत के बाद की जिंदगी जैसी बातें लिखी गई थी।