लखनऊ। यूपी में चुनाव प्रचार के बीच समाजवादी पार्टी का घरेलू संग्राम खत्म होता नहीं दिख रहा है। दो एमएलसी, एक विधायक, सफाई आयोग के अध्यक्ष के साथ-साथ युवा ब्रिगेड के 33 सदस्यों ने पांच नवंबर को आयेजित होने वाले रजत जयंती समारोह में सम्मिलित न होने का ऐलान कर देने के बाद इस जंग को एक बार फिर हवा मिल गई है। हालातों को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है। पार्टी के इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि विधायक, दो एमएलसी ने पार्टी के किसी कार्यक्रम में न शरीक होने का ऐलान किया हो।
इस समारोह पर न सम्मिलित होने की जानकारी देते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि सुनील यादव ‘साजन, आनंद भदौरिया, अरविंद प्रताप यादव, संजय लाठर (चारों एमएलसी), बृजेश यादव, मो.एबाद, गौरव दुबे और दिग्विजय सिंह बिना किसी ठोस प्रमाण के पार्टी से निकान दिया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए समर्पित होकर काम करने वाले इन युवाओं के जीवन पर इस निष्कासन से गहरा दान लगेगा।
रजत जयंती समारोह का बहिष्कार करने वालों में एमएलसी संतोष यादव ‘सनी, उदयवीर सिंह व विधायक अरुण वर्मा, राज्य सफाई आयोग के अध्यक्ष जुगुल किशोर बाल्मीकि, कार्तिक तिवारी ‘शैलू पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष युवजन सभा, सर्वेश यादव पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष छात्रसभा, भूपेन्द्र सिंह यादव, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कर्नल सत्यवीर सिंह यादव, जयसिंह जयन्त, राहुल सिंह, अवधेश वर्मा, अरुण यादव, रामसागर यादव, विजय यादव, प्रदीप तिवारी, ओम नारायण यादव, प्रदीप शर्मा, मनीष दुबे, करुणेश द्विवेदी, अरविंद गिरि, राबिन सिंह यादव, दानिश सिद्दीकी, वैभव सैनी, शिवकुमार यादव, योगेश यादव, अभिषेक यादव, वैभव सैनी, डा.फिदा हुसैन अंसारी त्रिशुलधारी सिंह और नागेन्द्र सिंह यादव आदि नाम शामिल हैं।