नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ बेटियों की सुरक्षा के दावे तो बहुत करते हैं पर अपने दावों पर खड़ा उतरने में नाकाम साबित हो रहे हैं। ताजा मामला फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र के कठौता गांव का है जहां एक 8 साल की मासूम बच्ची के साथ पड़ोस में रहने वाले एक दरिंदे ने रेप की घटना को अंजाम दिया है। इस घटना को आरोपी ने तब अंजाम दिया जब वो घर के बाहर खेल रही थी तभी खेलते समय आरोपी उसे उठा ले गया और उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।
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वहीं बच्ची को अचेत अवस्था में देख मां उसे आनन फानन में थाने लेकर पहुंची जहां उसने अपनी बेटी के साथ हुई आपबीती बताई पर पुलिस ने पीड़ित मां की फरियाद नहीं सुनी बल्कि आरोपी को थाने बुलाकर उसे दस हजार दिलाकर मामले को रफा दफा कर दिया। पांच दिन बाद जब बच्ची की हालत बिगड़ी तो बच्ची की मां उसे महिला हॉस्पिटल लेकर पहुंची जहां डाक्टरों ने बिना चेकअप के उसे पैरासिटामोल देकर चलता कर दिया।
इसके साथ ही पीड़िता की मां ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने सादे पेपर पर अंगूठा लगवाकर दस हजार देकर घर भेज दिया। पीड़िता की मां का कहना है कि मुझे पैसे नहीं बल्कि इंसाफ चाहिए। पीड़िता की मां का कहना है कि आरोपी को सजा मिलनी चाहिए जिस तरह से मेरी बेटी के साथ उसने गलत काम किया है। वहीं इस मामलें में एसपी का कहना है कि यह मांमला अभी संज्ञान में आया इस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
ऋतु राज