लखनऊ: यूपी में एंबुलेंस चालक हड़ताल पर है। एंबुलेंस चालकों ने वेतन और नौकरी की प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल कर दी है। एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से यूपी में मरीजों और परिवारजनों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह से ऐसी खबरें आई है जहां लोग मरीज को खाट और वाहनों के जरिए जैसे-तैसे लेकर अस्पताल तक पहुंच रहे है। वहीं सरकार की तरफ से आदेश जारी किया गया है कि किसी मरीज की जान एंबुलेंस चालक की वजह से गई तो उसपर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
- एंबुलेंस चालकों की हड़ताल पर योगी सरकार का सख्त जवाब
- कोई मरीज मरा तो एंबुलेंस चालक पर FIR होगी
- एंबुलेंस ना मिलने से मौत हुई तो FIR होगी
- आउटसोर्सिंग कंपनी पर भी केस दर्ज होगा
- स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने चेतावनी दी
- एंबुलेंस चालकों,कर्मचारियों को चेतावनी दी
- ड्राइवर,कर्मचारियों को जेल भेजने की चेतावनी
एंबुलेंस ना मिलने पर किसी की मौत हुई तो होगी एफआईआर
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल पर बड़ी खबर सामने आ रही है। यूपी के सीएम योगी ने आदेश जारी कर कहा है कि किसी भी मरीज की जान एंबुलेंस ना मिलने के कारण हुई तो उस चालक पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ हीआउटसोर्सिंग कंपनी पर भी केस दर्ज होगा। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा ऐसे मामलों में चालकों को जेल भी भेजा जा सकता है।
छह सूत्री मांगों को लेकर चक्का जाम किया
एंबुलेंस कर्मचारियों ने छह सूत्री मांगों को लेकर चक्का जाम कर दिया है। यूपी के कई जिलों में एंबुलेंस चालक धरना प्रदर्श कर रहे है। चालकों ने कहा कोरोना काल में मृतक कर्मियों को 50 लाख का मुआवजा मिले। हर साल महंगाई भत्ते की मांग की साथ नौकरी भी परमानेंट की मांग की है। एंबुलेंस कर्मियों ने इन प्रमुख मांगों के साथ रविवार को रात 12 बजे से हड़ताल का ऐलान कर दिया। एंबुलेंस कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष ने कहा NHM और संघ के साथ बात करके ही हल निकाला जा सकता है।