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योगी ने किया गुरु पूर्णिमा की पूजा में 2 घंटे तक गुरु-शिष्य परंपरा का निर्वहन

YOGHIHJ योगी ने किया गुरु पूर्णिमा की पूजा में 2 घंटे तक गुरु-शिष्य परंपरा का निर्वहन

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरु पूर्णिमा पर आयोजित पूजन में पूरी तरह संत नजर आए। सुबह 6 बजे से 8 बजे तक होने वाले पूजन में उन्होंने न सिर्फ अपने गुरुओं का आशीर्वाद लिया बल्कि शिष्यों को आशीर्वाद भी दिया। इन दो घंटों में उन्होंने खुद शिष्य और गुरु के रूप में प्रस्तुत किया। इतना ही नहीं, मंदिर आये फरियादियों की समस्याओं को सुन और निराकरण का आश्वासन दे मंदिर परंपरा को भी निभाया। भारतीय संस्कृति और साहित्य में गुरु पूजन का अपना अलग महत्व है। यही वजह है कि भारत मे गुरुओं की पूजा का प्रावधान वैदिक काल से ही चला आ रहा है। गोरक्षनाथ मंदिर भी इस परंपरा का आदिकाल से निर्वाह कर रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी का पहला अवसर रहा, जब उन्होंने गुरु पूर्णिमा पर इस आयोजन में शिरकत किया। लोगों की आशाओं के विपरीत योगी ने गुरु-शिष्य परंपरा का बखूबी निर्वहन किया।

YOGHIHJ योगी ने किया गुरु पूर्णिमा की पूजा में 2 घंटे तक गुरु-शिष्य परंपरा का निर्वहन

बता दें कि सुबह 6 बजे से पूजन कार्यक्रम में लगे योगी ने अपने शयन कक्ष के पास स्थित दुर्गा मंदिर से पूजन आरंभ किया। पंडित रामानुज और आचार्य रोहित मिश्र की देखरेख में 8 बजे तक दुग्धाभिषेक करते रहे। इस दौरान इनके चेहरे पर संत जैसा सौम्य दिखा। आस्था और श्रद्धा से लबरेज योगी यहां से उठने बाद सीधे बगल के कमरे में गए। यहां प्रमुख लोगों से मुलाकात की। 10:30 बजे तक हुए मिलन कार्यक्रम से खुद को अलग करते हुए उन्होंने जनता दरबार की ओर रुख किया। तकरीबन 25 मिनट तक लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके निराकरण का भरोसा दिया। मंफिर में तकरीबन 3000 फरियादियों ने योगी से फरियाद लगाई। कुछ फरियादियों की बात सुनने के बाद अन्य की शिकायतों को इकाट्ठा किया गया। तिलक लगवाने के बाद योगी ने एक-एक कर शिष्यों को तिलक लगाना शुरू किया। शिष्य भी योगी को तिलक लगाते रहे। पैर छूकर आशीर्वाद भी लेते रहे। कुछ शिष्यों के साथ योगी ने ठिठोली भी की।

वहीं अपराह्न 2 बजे तक चले कार्यक्रम में एक समय ऐसा भी आया, जब सबकी निगाहें विधायक शीतल पांडेय और योगी के मिलन पर टिक गईं। आशीर्वाद की मुद्रा में दोनों हाथ उठा उठाकर शीतल पांडेय से बात कर रहे योगी किसी बात पर मुस्कुरा रहे थे। शीतल पांडेय भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए रहे थे। तकरीबन एक मिनट तक चले इस सिलसिले को देखकर लोगों के मुंह से अनायास ही यह निकल रहा था कि ”अब कहाँ दिखता है गुरु-शिष्य में ऐसा भाव।”
इन्हें भी मिला गुरु का सानिध्य योगी आदित्यनाथ का आशीर्वाद लेने वालों की लंबी फेरहिस्त थी। इनमे कुछ प्रमुख लोग भी शामिल रहे। इनमें विधायक अंजू चौधरी, शीतल पांडेय, विपिन सिंह, रामानंद बौद्ध, श्यामधनी पांडेय, राघवेंद्र सिंह, फतेहबहादुर सिंह के साथ सुनील सिंह, अरुणेश शाही, पूर्व विधायक विजय दूबे आदि ने भी योगी का शीर्वाद लिया।

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