लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के लिए तेजस एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की घोषणा की तो आगरा-वाराणसी मार्ग पर फास्ट ट्रैक रेलवे कॉरिडोर के लिए जमीन की सुविधा देने की पेशकश की। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह यहां भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) द्वारा चलाई जा रही देश की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाते हुए यह घोषणा की।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, हम आगरा, लखनऊ और वाराणसी के बीच एक एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे हैं। आधा काम खत्म हो गया है और परियोजना अगले साल पूरी हो जाएगी। सुझाव है कि इस मार्ग पर एक सेमी-हाई स्पीड ट्रेन भी चलाई जा सकती है। अगर रेलवे बोर्ड इस पर कोई पहल करता है, तो राज्य आगरा-वाराणसी मार्ग पर लागत का वहन करेगा, इस तरह की पहल लखनऊ-इलाहाबाद और लखनऊ-गोरखपुर सहित अन्य मार्गों पर भी की जा सकती है।
उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने देश के सबसे बड़े राज्य से पहली कॉरपोरेट ट्रेन दी। यह एक प्रतिस्पर्धी युग है और पर्यावरण के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन की समाज में स्वीकार करने की आवश्यकता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय रेल पूरे देश को जोड़ती है, जिससे यात्रा सुरक्षित, सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल है। हमें लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की आवश्यकता है, मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों के लिए हवाई जहाज जैसी सुविधाएं थीं। तेजस एक्सप्रेस लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली के बीच चलेगी। यह 6 अक्टूबर से मंगलवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिनों में दिल्ली से कानपुर और गाजियाबाद पहुंचेगी और चलेगी।