लखनऊ। योगी आदित्यनाथ के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने सरकार से बगावत कर दी है। राजभर ने शनिवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर कहा कि उनके सामने दो विकल्प हैं, या तो वे गरीबों के लिए लड़ाई लड़ें या पिर बीजेपी का गुलाम बनकर रहें। उन्होंने कहा कि इस सरकार से उनका मन टूट गया है और अब वह इस्तीफा देकर रहेंगे। लखनऊ में पार्टी के 16वें स्थापना दिवस पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की विशाल रैली को संबोधित करते हुए राजभर योगी और अमित शाह पर हमलावर दिखे। राजभर ने इस रैली का नाम गुलामी-छोड़ो समाज-जोड़ो नाम रखकर इस राजनीतिक जमावड़े का एजेंडा पहले ही सेट कर दिया था।
एजेंडे के साथ उन्होंने मंच से योगी सरकार पर प्रहार किया
बता दें कि इसी एजेंडे के साथ उन्होंने मंच से योगी सरकार पर प्रहार किया। आक्रामक तेवर अपनाते हुए उन्होंने कहा कि मैं सत्ता का स्वाद चखने के लिए नहीं आया हूं। गरीबों के लिए लड़ाई लड़ने आया हूं। ये लड़ाई लड़ूं या भाजपा का गुलाम बनकर रहूं? आज तक एक कार्यालय नहीं दिया मैंने तो मन बनाया कि आज इस मंच से मैं घोषणा करूंगा आज मैं इस्तीफा देकर रहूंगा। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उनका इस सरकार से मन टूट गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले हिस्सा देना नहीं चाहते। जब भी गरीब के सवाल पे हिस्से की बात करता हूं। ये मंदिर की बात करते हैं। मस्जिद की बात करते हैं हिन्दू मुसलमान की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें मंदिर-मस्जिद नहीं अच्छी शिक्षा चाहिए।
ओम प्रकाश राजभर ने आरक्षण का मुद्दा भी उठाया
वहीं ओम प्रकाश राजभर ने आरक्षण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि सीएम और अमित शाह दोनों ने आरक्षण का वादा किया था। लेकिन पिछड़ों को आरक्षण नहीं मिला। राजभर ने उत्तर प्रदेश को चार हिस्सों में बांटने की पैरवी करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों तक सुविधाएं जल्दी पहुंचे इसलिए ये जरूरी है। राजभर ने शासन का अपना फंडा दिया और कहा कि जरूरत है कि हर 6 महीने में सीएम बदला जाए। उन्होंने कहा कि उनकी सोच है कि पुलिस वालों को छुट्टियां मिले, उनकी पोस्टिंग उनके घर के 100 किलोमीटर के दायरे में हो।