देश के सबसे बड़े सूबे में सत्ता परिवर्तन होने पर जनता से लाख वादे किए गए जिसमें से एक वादा पूरे सूबे में विजली पहुंचाने का भी था। ऐसे में प्रदेश में बीजेपी का दो महीने का कार्यकाल पूरा होने पर भी प्रदेश के कई जिलों में बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हो पाया है। यहां तक की मुख्यालयों में 24 घंटें बिजली का वादा भी बेजीपी सरकार पूरा नहीं कर पाई है।
ऐसे में सीएम योगी के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर अभी भी बिजली कटौती की मार झेल रहा है। भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में बिजली की मांग में काफी वृद्धि हुई है। जिलों से मिले इनपुट के अनुसार छोटे जिलों की हालत तो और भी ज्यादा खराब है। कहा जा रहा था कि योगी के सीएम बनने के बाद गोरखपुर में बिजली कटौती नहीं होगी लेकिन यहां तो कुछ और ही नजारा देखने को मिल रहा है। यहां बिजली की कटौती दिन में 6-7 घंटे रहती है।
दूसरी ओर उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का गृह जिला होने के नाते मथुरा को 24 घंटे बिजली मुहैया कराई जा रही है। लेकिन आगरा, फीरोजाबाद, मुरादाबाद, संभल शहर में अभी भी लोगों को 24 घंटे बिजली मुहैया नहीं कराई जा रही है। यहां के गांव के हालत तो और भी बत्तर है।