रियाद। एक तरफ देश में कुछ लोग योग को एक धर्म विशेष का बताकर उसे करने वाले मुस्लिमों का विरोध कर रहे हैं और उनके घर पर पत्थरबाजी कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश और इस्लाम को दुनिया में पहुंचाने वाले देश सऊदी अरब ने योग को अपने यहां मान्यता दे दी है। सऊदी अरब ने योग को एक खेल के रूप में मान्यता दी है। दरअसल सऊदी में योग का प्रचार करने वाली महिला शिक्षक नाउफ मारवाई के प्रयासों से ही योग को सऊदी में खेल के रूप में मान्यता मिली है। नाउफ सऊदी अरब की पहली योग शिक्षिका बन गई हैं और वो बाकी के अरब देशों में योग के प्रचार के लिए काफी मेहनत कर रही हैं।
आपको बता दें कि नाउफ को अक्टूबर 2015 में भारतीय काउंसलेट ने उनके इस काम के लिए सम्मानित भी किया था। नाउफ सऊदी अरब की पहली सार्टिफाइट योग और आयुर्वेद एक्सपर्ट हैं, जिन्हें 2010 में ये सर्टिफिकेट मिला था। नाउफ, जेद्दाह में स्थित रियाद-चायनीज मेडिकल सेंटर की संस्थापक भी है। ये पहला सेंटर है जो यहां वैकल्पिक उपचार उपलब्ध करवा रहा है। नाउफ गल्फ योग गठबंधन की रिजनल डायरेक्टर भी हैं।
नाउफ के लिए योग कोई नई चीज नहीं थी। उनके पिता मोहम्मद ने 1980 से पहले अरब मार्शियल आर्ट फेडरेशन की स्थापना की जिसके चलते नाउफ ने महज 19 साल की उम्र में ही योग करना शुरू कर दिया था। वक्त के साथ उन्हें इस कोशिश में भारतीय योग गुरुओं का भी साथ मिला। हालांकि, संसाधनों और सुविधाओं के अभाव में वो खुद प्रैक्टिस करती रहीं।