फतेहपुर: राजस्थान और मध्य प्रदेश से पानी छोड़े जाने से गंगा यमुना में पानी ही पानी दिख रहा है। इससे जहां नदियों के किनारे बसे गांवों में पानी घुस रहा है तो वहीं, नदी में धड़ल्ले से नाव चल रही है। ऐसे में लोगों की ओर से लगातार लापरवाही बरती जा रही है। समय से यदि जिला प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाए तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मामले पर उप जिलाधिकारी प्रमोद झा ने नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सदर तहसील में राम नगर कौहन और रमसोलेपुर गांव हैं। यह गांव यमुना नदी के ठीक किनारे स्थित है। ऐसे में दोनों राज्यों से पानी छोड़े जाने पर यमुना का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे पानी रमसोलेपुर गांव तक जा पहुंचा है। इससे यहां की फसल डूबने लगी है। इसी तरह किशनपुर, परसेढ़ा, ललौली चक पैगबंरपुर, पलटू का डेरा सहित कई गांवों में पानी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है।
यमुना नदी में स्नान, तैरने व नाव चलाने पर पाबंदी
प्रशासन ने लोगों को यमुना नदी में ना जाने की सलाह देते हुए वहां पर स्नान, तैरने और नाव से यात्रा आदि पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद भी स्थानीय लोग मानने को तैयार नहीं है। यहां पर लोग अपनी मनमर्जी करते हुए नाव से यात्रा कर रहे हैं। तेज जल बहाव के बीच से उस पार जाने की जल्दबाजी में लोग ना तो सुरक्षा के मानकों का पालन कर रहे हैं और ना ही कोई बचाव लेकर चल रहे हैं। नाविक चंद पैसों के लालच में लोगों की जान से खेल रहे हैं। ऐसे में यदि नाव पटलने जैसी कोई घटना हो गयी तो जनहानि के साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस के लिए सिर दर्द बन जाएगा।
वहीं, जिला प्रशासन ने मौके पर बाढ़ चौकियों और उनके प्रभारियों को भी तैनात करते हुए अलर्ट किया है। संभावित गांवों में लेखपाल और राजस्व निरीक्षक को सर्विलांस बढ़ाते हुए मौके पर निरीक्षण करने को कहा गया है। तहसीलदार और नायब तहसीलदार लगातार मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
रमसोलेपुर गांव में घुसा पानी
लगातार यमुना में पानी छोड़े जाने से नदियों के किनारे बसे लोगों का जनजीवन प्रभावित होने लगा है। इसी तरह रमसोलेपुर गांव में यमुना नदी का पानी पहुंचने से किसानों के खेतों में पानी घुस गया है। यहां पर लगीं फसलें डूबने लगी हैं। यदि पानी समय से नहीं निकला तो फसल खराब होने की पूरी संभावना है।
“तेज जल बहाव को देखते हुए नाव यात्रा को प्रतिबंधित किया गया है। इसके बाद भी यदि ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो संबंधित टीम से आख्या मांगी गयी है, जो भी रिपोर्ट आएगी उस पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही तहसील क्षेत्र में लगातार निरीक्षण करते हुए लोगों को जागरूक और सावधान किया जा रहा है।”
प्रमोद झा, उप जिलाधिकारी, फतेहपुर