नई दिल्ली। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने प्रो कुश्ती लीग को पहलवानों के लिए एक बड़ा मंच बताया है। उन्होंने कहा कि लीग बड़े टूर्नामेंटों के लिए तैयारी में मददगार साबित होता है और इसके जरिये हमें भारत में ही अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिलता है। उन्होंने कहा कि कुश्ती महासंघ द्वारा स्थापित यह लीग बहुत अच्छा है और इस तरह के लीगों का आयोजन किया जाना चाहिए। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा मारपीट मामले में जवाब मांगे जाने पर सुशील ने कहा कि उन्होंने पहले ही स्पष्ट किया है कि उनकी कोई गलती नहीं हैं। यदि उनकी गलती है तो निश्चित रूप से उन्हें सजा होनी चाहिए। अब अनुशासन समिति इसके बारे में फैसला करेगी।

बता दें कि मारपीट मामले में कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने सुशील से जवाब मांगा था। यदि उनका नाम पुलिस के आरोप-पत्र में हुआ तो उनके खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में सुशील पर आरोप साबित होने पर उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने से रोका भी जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने राष्ट्रमंडल खेल कुश्ती ट्रायल्स के दौरान क्वालीफाइंग मैच के बाद पहलवान सुशील कुमार और प्रवीण राणा के समर्थकों के बीच मारपीट हो गई थी। राणा ने सुशील और उनके समर्थकों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी। हालांकि ओलंपिक पदक विजेता सुशील अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज कर चुके हैं।