भारत ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की पोल खोल दी। भारत ने पाकिस्तान को एक बार फिर झूठा करार दिया है। भारत ने पाकिस्तान के उस बयान को झूठा करार दिया है, जिसमें पकिस्तान ने कहा गया था कि उसके दूत मुनीर अकरम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बात रखी थी, जबकि सत्र गैर-सदस्यों के लिए खुला नहीं था। पाकिस्तान बार बार अपने आप को सही सभी करने के लिए झूट और षड्यंत्र रचता रहता है।
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन ने एक बयान में कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी मिशन द्वारा दिए गए उस बयान को देखा है, जिसमें दावा किया गया है कि ये टिप्पणियां पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में की थी। हम यह नहीं समझ पाए कि पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि ने कहां से अपना बयान दिया, क्योंकि सुरक्षा परिषद सत्र, सुरक्षा परिषद के गैर-सदस्यों के लिए खुला नहीं था।
पांच बड़े झूठों को किया उजागर
भारत द्वारा जारी किये गए इस बयान से पाकिस्तान के पांच बड़े झूठों को उजागर किया गया है। दशकों से पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद का निशाना बनाए जाने की बात को खारिज करते हुए, भारत की ओर से कहा गया है कि एक सौ बार दोहराया गया झूठ सच नहीं होगा। भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान अब बोल रहा है कि वह भारत द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है।
घोषित आतंकवादियों का घर पाकिस्तान
भारत ने जारी किये गए अपने एक बयान में कहा है कि पाकिस्तान बड़े पैमाने पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों का घर है। आतंकवादियों और आतंकी संगठनों में से कई का पाकिस्तान में दबदबा कायम है। खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस बात माना था कि पकिस्तान में 40 से 50 हजार आतंकवादी मौजूद हैं।
पकिस्तान के एक प्रतिनिधि ने अपने एक दावे में कहा था कि उसने अपने देश से अलकायदा को हटा दिया है। भारत ने पाकिस्तान के इस दावे को भी खारिज करते हुए कहा कि शायद पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि को इस बात की जानकारी नहीं है कि ओसामा बिन लादेन पकिस्तान में ही छिपा था और अमेरिकी सेना ने उसे पाकिस्तान से ढूंढ निकाला था। क्या उन्होंने यह नहीं सुना है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री, लादेन को शहीद पुकारते है।
भारत पर पकिस्तान ने किये हास्यास्पद दावे
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि भारत ने उसके खिलाफ आतंकवादियों को भाड़े पर रखा है। भारत ने कहा की इस दावे पर सिर्फ और सिर्फ हंसी आ रही है। यह दावा एक ऐसे देश के द्वारा किया जा रहा है, जो सीमा पार आतंकवाद का प्रायोजक है। जिसने दुनिया को पीड़ित किया है।
बयान ने भारतीयों के 1267 प्रतिबंध सूची में शामिल होने के दावों को भी खारिज कर दिया। बयान में कहा गया है, “1267 प्रतिबंध सूची सार्वजनिक है और दुनिया देख सकती है कि इनमें से कोई भी व्यक्ति इसमें नहीं है। 1267 समिति सबूतों के आधार पर काम करती है, न कि ध्यान भटकाने वाले आरोपों पर।”
इसके अलावा भारतीय मिशन ने भारत के आंतरिक मामलों के बारे में हास्यास्पद दावे करने के लिए पाकिस्तान पर हमला बोला है। भारत की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामलों के बारे में हास्यास्पद बातें करता है।