एक वक्त था जब हर जगह कोई तालाब नैहरे नदिया दिखाई देती थी लेकिन आप धीरे-धीरे जल का स्तर कम होता जा रहा है। जिसकी वजह से दुनिया भर में जल संकट गहराता जा रहा है। दुनिया भर के लोगों को जल का महत्व समझाने और स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हर वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है।
विश्व जल दिवस पर पीएम मोदी का ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व जल दिवस के मौके पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि “पिछले कुछ वर्षों में, देश के सभी हिस्सों में हो रहे अभिनव प्रयासों के साथ, पानी को एक जन आंदोलन बनते देखना खुशी की बात है। मैं उन सभी व्यक्तियों और संगठनों की सराहना करना चाहता हूं जो पानी बचाने की दिशा में काम कर रहे हैं। वही अगले ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा है कि “विश्व जल दिवस पर, आइए पानी की एक-एक बूंद को बचाने की अपनी प्रतिज्ञा की पुष्टि करें। हमारा देश जल संरक्षण और हमारे नागरिकों के लिए स्वच्छ पेयजल तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जल जीवन मिशन जैसे कई उपाय कर रहा है।”
विश्व जल दिवस का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय जल दिवस मनाए जाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1992 में ब्राजील के रियो दि जेनेरियो में आयोजित पर्यावरण एवं विकास के संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान की गई थी। पहला अंतरराष्ट्रीय जल दिवस 22 मार्च 1993 में मनाया गया।
क्यों मनाया जाता है विश्व जल दिवस
जल संरक्षण एवं रखरखाव को लेकर दुनिया भर के लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। सही मायने में यह दिन जल के महत्व को समझने, समय रहते जल संरक्षण को लेकर सचेत होने और पानी को बचाने के संकल्प लेने वाला दिन है।
विश्व जल दिवस 2022 की थीम
विश्व जल दिवस हर साल एक ही थीम पर मनाया जाता है इस साल विश्व जल दिवस की थीम भूजल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना। जिसे IGRAC यानी इंटरनेशनल ग्राउंड वाटर रिसोर्स अससेमेंट सिस्टम द्वारा प्रस्तावित किया गया है।