कोरोना वायरस को फैलाने के लिए अमेरिका ने एक बार फिर से चीन पर निशाना साधा है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वायरस चीन की रिसर्च लैब से लीक हुआ। बताया गया कि वुहान की इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस को इस तरह बदला कि वो इंसानों को संक्रमित कर सके।
बदलाव को छिपाने की कोशिश हुई
ये भी आरोप लगाया गया है कि इस बदलाव को छिपाने की कोशिश की गई। रिपोर्ट के मुताबिक रिपब्लिकन सांसद और हाउस फॉरेन अफेयर्स कमिटी के सदस्य ने ये रिपोर्ट पेश की है। जिसमें बताया गया है कि वायरस फैलने के पीछे बुहान वायरॉलजी इंस्टीट्यूट का हाथ था।
अमेरिका की सरकार से भी फंड मिला था
इसमें अमेरिकी एक्सपर्ट भी शामिल थे। और इसे चीन के साथ अमेरिका की सरकार से भी फंड मिला था। रिपोर्ट में अपील की गई है कि इस घातक वायरस की उत्पत्ति की जांच की जाए। वायरस के वुहान से फैलने की थियरी को हटा देने का वक्त आ गया है। लैब में 12 सितंबर 2019 के पहले ही वायरस लीक होने के सबूत भी हैं।
रिपोर्ट में अपील की गई है कि वायरस की उत्पत्ति की जांच की जाए जिसने दुनियाभर में 44 लाख लोगों की जान ले ली।