नई दिल्ली। अगर आप उम्मीद लगाए बैठे हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आपको राहत मिल सकती हैं तो एस साल ऐसा होना मुश्किल है। विश्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि इस साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 20 फीसदी का इजाफा हो सकता है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। बीते गुरुवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के लिए 74.63 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।
वहीं, डीजल की बात करें तो यहां आपको 65.93 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। विश्व बैंक ने अप्रैल की कमोडिटी मार्केट आउटलुक रिपोर्ट जारी की है। इसमें उसने अनुमान लगाया है कि इस साल एनर्जी कमोडिटीज की कीमतों में 20 फीसदी का इजाफा हो सकता है। एनर्जी कमोडिटी में कच्चा तेल, गैस और कोयला शामिल होता है। अगर ऐ पेसा होता है, तो भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी होना तय है।
बता दें कि विश्व बैंक के अनुमान को देखें तो 20 फीसदी के इजाफे के बाद मौजूदा कीमत के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में काफी ज्यादा इजाफा हो जाएगा। मुंबई में फिलहाल 82.48 रुपये में मिल रहे एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको 98.2 रुपये तक चुकाने पड़ सकते हैं। वहीं, दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 88 रुपये पर पहुंच सकती है। भारत करीब 82 फीसदी तेल आयाता करता है। इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में होने वाले छोटे से लेकर बड़े बदलाव का सीधा असर घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है।
साथ ही विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2018 में कच्चे तेल की औसत कीमत 65 डॉलर रह सकती है। फिलहाल कच्चे तेल की कीमतें 74 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है। विश्व बैंक के एक्टिंग चीफ इकोनॉमिस्ट शांतयनन देवराजन ने कहा है कि वैश्विक ग्रोथ और मांग बढ़ने की वजह से कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी होने की आशंका है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी कह चुके हैं कि फिलहाल सरकार एक्साइज ड्यूटी में कटौती करने का फैसला नहीं ले सकती है। उनका कहना है कि इससे अर्थव्यवस्था का गणित गड़बड़ा सकता है।