- होम आइसोलेशन में लोगों को नियमित रूप से मिले मेडिसिन किट : नगर विकास मंत्री
- मेडिसिन किट की बर्बादी रोकेगी निगरानी समिति : नगर विकास मंत्री
- प्रदेश भर में दिहाड़ी मजदूर, पटरी दुकानदारों व श्रमिकों को मिलेगा भरण-पोषण भत्ता : आशुतोष टंडन
लखनऊ। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने शुक्रवार को कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश के चार मण्डलों आजमगढ़, बनारस, मिर्जापुर, चित्रकूट के 14 जिलों (आजमगढ़, बलिया, मऊ, वाराणसी, चन्दौली, जौनपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, संतरविदासनगर, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा) की 80 नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में दिहाड़ी मजदूर, पटरी दुकानदारों व अन्य को एक हजार रुपये प्रति माह दिया जायेगा। जिसके लिए जिसके लिए उन्हें पंजीकरण करना होगा।
मंत्री ने कहा कि निगरानी समितियां घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करें। होम आइसोलेशन वाले मरीजों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराएं। साथ ही ये भी ध्यान रखें कि मेडिसिन किट उन्हीं को दी जाये जिसे आवश्यकता है। ताकि दवाइंयों की बर्बादी न हो पाए। साथ ही जलभराव वाले स्थलों का चिन्हांकन कर जल निकासी के लिए शीघ्र की कार्यवाही की जाये।
फ्रंट लाइन वर्कर्स का हो शत प्रतिशत टीकाकरण : आशुतोष टंडन
नगर विकास मंत्री ने कोरोना संक्रमित जोन में शनिवार व रविवार सघन सैनिटाइजेशन अभियान चलाने और फ्रंट लाइन वर्कर्स के शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए निर्देशित किया। साथ ही फ्रंट लाइन वर्करों के भत्तों को सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों को ही मिलेगा भत्ता
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को राज्य सरकार की ओर से दिए जाने वाले भरण-पोषण भत्ते का लाभ मिलेगा।
वहीं, सरकार प्रदेश भर के पटरी व फेरी दुकानदारों को भी भत्ता देगी। लॉकडाउन के चलते शहर श्रमिक, समाचार वित्रक, नाई मोची, पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूर व अन्य को एक हजार रुपये सहायता राशि दी जायेगी। जिसके लिए उन्हें पंजीकरण करना होगा। गत वर्ष भी घोषित लाकडाउन के दौरान भी श्रमिकों को 1000 रुपये प्रति माह डीबीटी के माध्यम से देने के निर्देश दिए गए थे।
अस्पतालों में शनिवार व रविवार को चलेगा विशेष सफाई अभियान : आशुतोष टंडन
मंत्री आशतोष टंडन ने नगरीय निकायों एवं नगर पंचायतों में शासकीय चिकित्सालयों, पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पतालों व अन्य के परिसरों और उनके आस पास संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए शनिवार व रविवार को विशेष सफाई अभियान में कार्रवाई की जाये।
साथ ही कंटेनमेंट जोन में कूड़े का मानक के अनुसार निस्तारण किया जाने को भी निर्देशित किया। यही नहीं वर्षा ऋतु को देखते हुए प्रदेश भर में नालों की सफाई व संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए विशेष कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने जलभराव वाली जगहों पर प्राथमिकता से कार्य करवाने के भी निर्देश दिए।
कोविड-19 से मृत्यु पर निशुल्क अंतिम संस्कार होगा: अपर मुख्य सचिव
अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने कहा कि मृतक कर्मचारी का पूरा ब्योरा भेजा जाये ताकि उनके देय भत्ते जल्द से जल्द किलियर हो सकें। कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए जरूरी है कि निगरानी समितियां जनता के साथ संवाद स्थापित कर उन्हें जागरुक करें। ग्रीष्म ऋतु से पहले नालों की सफाई मॉनिटरिंग करके करवाई जाए।
वहीं शनिवार व रविवार सघन अभियान चलाकर पीएचसी सीएचसी व अस्पतालों का सैनिटाइजेशन व सफाई प्राथमिकता से करवाई जाए। यही नहीं कोविड-19 से मृत्यु होने पर लोगों का निःशुल्क अंतिम संस्कार किया जायेगा।
आशुतोष टंडन ने सरायीर (आजमगढ़) की अध्यक्ष प्रभा यादव, बेल्थरोड (बलिया) के अध्यक्ष दिनेश कुमार गुप्ता, सैयदराजा (चन्दौली) विरेन्द्र जयसवाल, जाफराबाद (जौनपुर) प्रमोद कुमार बरनवाल, दिलदारनगर (गाजीपुर) अवनीश कुमार जायसवाल, ज्ञानपुर (संतरविदास नगर) हीरालाल मौर्य, मानिकपुर (चित्रकूट) विनोद द्विवेदी, नरौनी (बांदा) ओममणी वर्मा, गोहाण्ड (हमीरपुर) जितेन्द्र, कबरई (महोबा) नगर पंचायत के मूलचंद कुशवाहा समेत 10 अध्यक्ष एवं अधिशाषी अधिकारियों से बिन्दुवार चर्चा की।
मंत्री ने इन बिन्दुओं पर नगर पंचायतों से की बिन्दुवार चर्चा
बैठक में सफाई एवं सैनिटाइजेशन, मोहल्ला निगरानी समितियों की क्रियाशीलता एवं कार्यों का अनुश्रवण, सफाई कर्मियों एवं अन्य फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए मास्क ग्लब्स एवम सैनिटाइजर की उबलब्धता, कोविड हेल्प डेस्क, अंत्येष्टि स्थलों पर व्यवस्था, ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, वर्षा ऋतु के पूर्व नालों की विशेष सफाई मुद्दों पर नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं आधिशाषी अधिकारियों (ईओ) संग बिन्दुवार समीक्षा की।
वर्चुअल बैठक में अपर मुख्य सचिव नगर विकास विभाग रजनीश दुबे, नगरीय निकाय निदेशालय की निदेशक शकुन्तला गौतम, विशेष सचिव नगर विकास विभाग इंद्रमणि त्रिपाठी समेत आज़मगढ़, बनारस, मिर्जापुर, चित्रकूट चार मण्डलों की 80 नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारी (ईओ) जुड़े रहे।