मैनपुरी। केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार 108 और 102 सेवा के लाख दावे और वादे भले ही करे लेकिन असल में क्या है ये आज मैनपुरी जनपद में उस समय देखने को मिला जब एक गरीब महिला मैनपुरी के पोस्टमार्टम हाउस पर अपने पति के शव को ले जाने के लिए 108 और 102 समेत सरकारी एम्बूलेंस का इंतजार करती रही लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। बाद में मदद करने वाली महिला ने अपने कान के कुंडल बाजार में बेचे तब जाकर कंही उसने प्राइवेट एम्बूलेंस की और अपने पति के शव को ले जा सकी।
इंसानियत को शर्मशार कर देने वाला ये मामला आज मैनपुरी पोस्टमार्टम पर सामने देखने को मिला, दरअसल कल एक युवक जो की विष्णुगढ़ जनपद कन्नौज का का रहने वाला था और किसी काम से मैनपुरी के कुरावली आया था, एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी। मृतक बेहद गरीब था उसके शव को वहीं के कुछ स्थानीय लोगों ने पोस्टमार्टम हाऊस तक पहुँचाया और उसकी शिनाख्त का इन्जार करने लगे।
शव की शिनाख्त हो जाने के बाद उन भले लोगो ने अस्पताल व जिला प्रशासन से एम्बुलेंस उपलब्ध कराए जाने की माँग की ,लेकिन प्रशासन से कोई मदद नही मिली मदद करने वालों का कहना है कि उन्होंने जिलाधिकारी से भी बात की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिसके बाद मदद करने वालों में शामिल एक महिला ने अपने कान के कुंडल ढाई हजार में बेच दिए ,तब जा कर एक किराये की एम्बुलेन्स की गयी और मृतक का शव उसके गाँव भेजा गया।मदद करने वालों ने पूरी घटना की जानकारी मुख्यमंत्री को फैक्स द्वारा दी है।
-साकिब अनवर