लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार का मिशन रोजगार और महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए शुरू किया गया मिशन शक्ति अभियान अब गांव-गांव पहुंच गया है। इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश में पहली बार स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं बिजली सखी के रूप में मीटर रीडिंग ले रहीं हैं और बकाया बिजली बिल जमा करा रही हैं। इससे स्वयं सहायता समूह में कार्य कर रहीं महिलाओं को 58 लाख रुपए की आय भी हुई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को नवाचारों से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से उपभोक्ताओं के बिजली बिलों के भुगतान की व्यवस्था लागू की गई है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो रहा है ।
बिजली विभाग में स्वयं सहायता समूह से जुडी 2859 महिलाओं ने 25.68 करोड़ की वसूली की है। हर बिल पर स्वयं सहायता समूह से जुडी महिला सदस्य को 20 रूपये दिया जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के एमडी भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि बिजली विभाग की ओर से अभी तक 3,39,275 स्वयं सहायता समूहों की 2859 महिलाएं कार्य कर रही हैं।