लखनऊ। देश में सीएए का विरोध-प्रदर्शन रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। दिल्ली के शाहीन बाग के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी इसका विरोध शुरू हो गया है। 17 जनवरी को लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं ने प्रदर्शन किया। लखनऊ के घंटाघर पर 24 घंटे से महिलाए डटी हुई है। वहीं इस स्थिति से निपटने के लिए बड़ी तादात में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इसी के साथ शनिवार को भी पुराने लखनऊ के घंटाघर पर महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। हुसैनाबाद स्थित घंटाघर पर महिलाएं अपने बच्चों के साथ प्रदर्शन कर रही है।
बता दें कि मौके पर भारी संख्या में यूपी पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात हैं। इन महिलाओं का कहना है कि इनका प्रदर्शन अनिश्चितकालीन है। वहीं पुलिस लगातार महिलाओं को समझा-बुझा कर यहां से हटाने की कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिल सकी है। 17 जनवरी से शुरू हुए इस प्रदर्शन में महिलाएं रात में भीषण ठंड में भी डटी रहीं। महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी रात भी घंटाघर पर प्रदर्शन करते दिखे।
वहीं इनमें से कई महिलाओं का कहना है कि ये दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के साथ हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता सदफ जाफर भी इन महिलाओं के प्रदर्शन के दौरान दिखाई दीं। बता दें सदफ जाफर को 19 दिसंबर को हुए सीएए विरोधी प्रदर्शन के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पिछले दिनों सदफ जमानत पर जेल से रिहा हुई हैं। छात्र नेता और सपा की युवा इकाई की सदस्य पूजा शुक्ला भी इन महिलाओं के साथ प्रदर्शन में शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि वह प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं के समर्थन में यहां पहुंची हैं।